
रांची. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी को लेकर झारखंड का सियासी तापमान बढ़ा हुआ है. एक ओर भाजपा इसे सत्ता पक्ष के खिलाफ मुद्दा बनाने की कोशिश में लगी है, तो वही सत्ता पक्ष ने भाजपा पर ही एजेंसियों के दुरूपयोग और राजनीतिक फायदे के लिए अनर्गल बयानबाजी का आरोप लगाया है. आयकर की छापेमारी के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने प्रेस कांफ्रेंस कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का नाम लेते हुए कहा कि धीरज साहू के पास बरामद पैसों में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का भी हिस्सा है. अब इसे लेकर झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने तल्ख प्रतिक्रिया दी है. सुप्रियो भट्टाचार्य ने बाबूलाल मरांडी को चुनौती देते हुए कहा कि वे साबित करें कि धीरज साहू के पास बरामद पैसों में हेमंत सोरेन का भी हिस्सा है. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि बाबूलाल मरांडी अनर्गल बयानबाजी कर रहे है. ईडी और आईटी की छापेमारी को भाजपा राजनीतिक रंग देने में लगी है. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि ईडी और आयकर विभाग भाजपा कार्यालय में तैयार स्क्रिप्ट पर काम करती है, तभी तो भाजपा नेताओं को सब पता रहता है.
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक संवैधानिक पद पर होते हुए केवल अखबार में छपी खबर के आधार पर ट्वीट करते है. और भाजपा के नेता-कार्यकर्ता उसी बात का ढोल पीटते है. सुप्रियों भट्टाचार्य ने कहा कि मध्यप्रदेश की एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वे भ्रष्टाचार के आरोपी अजीत पवार और प्रफुल पटेल को पीस डालेंगे, जो 70 हजार करोड़ के घोटाले के दोषी है. जिनकी 14 हजार करोड़ की संपत्ति कुर्क की गयी है. लेकिन आज क्या हुआ? बीजेपी महाराष्ट्र और असम में उन्ही भ्रष्टाचारियों के साथ सरकार में शामिल है. आज प्रधानमंत्री जी उनके भ्रष्टाचार पर ट्वीट भी नहीं करते. सुप्रियो भट्टाचार्य ने बाबूलाल को नसीहत देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का इस्तीफा मांगने से बेहतर है कि बाबूलाल मरांडी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस्तीफा मांगे, क्योंकि प्रधानमंत्री आज उन्ही भ्रष्टाचारियों के साथ मिलकर सरकार चला रहे है, जिन्हे कभी वो पीस डालने की बात करते थे. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि बाबूलाल मरांडी कभी साहू परिवार के मुनीम हुआ करते थे. अब जब उनकी नौकरी चली गयी तो वे अपने मालिक पर अनर्गल आरोप लगाते रहते है.