लोकल को गलोबल बनाने की दिशा में हेमंत सरकार ने रखी बड़ी नींव, मेधा मिल्क पाउडर प्लांट का किया शिलान्यास, सीएम बोले – किसानो की समृद्धि के लिए निरंतर बनाई जा रही है योजनाएं
डेरी उत्पादों के लिए झारखंड पहले दूसरे राज्यों पर निर्भर था, अब इस दशा की दिशा बदलने का वक्त आ गया है, ग्रामीण स्तर पर किसानो से दूध संग्रहण करेगी सरकार, इससे उनकी आय बढ़ेगी - सीएम हेमंत सोरेन

रांची. झारखंड के लोकल उत्पादों को ग्लोबल बनाने और राज्य के किसानो की आय बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन लगातार प्रयास कर रहे है। आज इसी कड़ी में उन्होंने होटवार में मेधा के मिल्क पाउडर प्लांट की नींव रखी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आज के दौर में सिर्फ महंगाई बढ़ती जा रही है पर किसानों की आय नहीं बढ़ पा रही है। किसान हतोउत्साहित न हो, सरकार आपके साथ खड़ी हैं। हमारे किसान कैसे समृद्ध हो इसे लेकर निरंतर सरकार अनेकों योजनाओं पर काम कर रही है। किसानो का उपजाया धान सरकार खरीदती है, दूध उत्पादन भी सरकार खरीदती है। पूर्व में हमारे मेहनतकश किसानों को लेकर सिर्फ काम चलाऊ काम होता था, हमने इस दशा की दिशा बदली है। आज किसानों को कई क्षेत्रों में सहयोग किया जा रहा है। हम पहले कई उत्पाद के लिए दूसरे राज्यों पर निर्भर रहते थे, लेकिन इस स्थिति में कमी आयी है, हम जल्द ही अपने पैरों पर खड़ा हो जाएंगे।
स्वास्थ जीवन के लिए पशुपालन अपनाएं – सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्री जी ने जय जवान-जय किसान का नारा दिया था। खेतीबाड़ी, पशुओं को पालना – मानव जीवन की ऐसी व्यवस्था है, जिसमें फायदा ही फायदा होता है। देश-दुनिया में बहुत सारे उद्योग-धंधे चलते हैं, किसी में कोई न कोई नुकसान जरूर होता है, और उसमें सबसे ज्यादा नुकसान पर्यावरण और मानव जीवन को होता है। आज के दिन गांव-देहात में कमजोर बच्चे पैदा होने को मजबूर होते हैं, महिलाओं में खून की कमी होती है, लेकिन पहले ऐसा नहीं होता था। पहले हमारे गांव में पशुपालन व्यवस्था समृद्ध रहती थी। अगर पशुधन घर में रहे, तो परिवार का कोई सदस्य कमजोर नहीं रह सकता है।
पंचायत स्तर तक दूध संग्रहण करेगी सरकार, फर्जी डेयरी उत्पादों पर कसेंगे शिकंजा – सीएम
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में अलग-अलग जगहों पर दूध संग्रहण को कैसे बेहतर बनाया जाए इसे लेकर सरकार कार्ययोजना बना रही हैं। पंचायत स्तर पर दूध संग्रहण मजबूत हो ऐसी हमारी सोच है। मुझे पता चला है कि अलग-अलग राज्यों से यहां फर्जी पनीर, फर्जी खोया बेचा जा रहा है, जिसे लेकर सख्त कदम उठाए जाएंगे।
जब धोनी खेती कर सकते है तो हम क्यों नहीं – सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे देश में लोग व्यक्तिगत रूप से खेतीबाड़ी कर उसे व्यवसाय के रूप में भी आगे बढ़ा रहे हैं। हमारे राज्य के होनहार नौजवान, देश के ख्यातिप्राप्त क्रिकेटर एमएस धोनी भी खेतीबाड़ी करते हैं और उनके खेत का उत्पाद विदेशों में भी बेचा जाता है। जब क्रिकेट खेलने वाला एक व्यस्त व्यक्ति खेतीबाड़ी कर सकता हैं तो हम क्यों नहीं?