ईडी में पेशी के बाद पहली बार समर्थको को सीएम ने किया संबोधित, बोले – आज सरकार आदिवासी मूलवासियो के बच्चो को बीडीओ, सीओ, अधिकारी बना रही है, तो भाजपा वालो के पेट में दर्द हो रहा है
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजतक आदिवासी मूलवासियो को भाजपा वाले बोका बनाते रहे, अब उनको बोका बनाने का मौका आ गया है. बीस सालो में ऐसा मंजर कभी नहीं देखा, जब गांव गांव में अधिकारी जाकर शिविर लगा रहे है. आम लोग तो छोड़िये पिछली सरकार ने सरकारी कर्मचारियों का मनोबल तोड़ दिया है. विपक्ष सोचने लगा था कि आदिवासी मूलवासियो को डराओ, धमकाओ, पुलिस, केस, कचहरी का खौफ दिखाओ तो ये लोग डर जायेगा. हमारे पूर्वज अंग्रेजो से भी नहीं डरे, तो हम इनसे क्या ख़ाक डरेंगे.

रांची. गुरुवार को दिनभर ईडी के सवालों का जवाब देने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज रांची में डटे समर्थको को संबोधित किया. सीएम आवास के सामने ही मुख्यमंत्री ने विभिन्न जिलों से रांची पहुंचे कार्यकर्ताओ को महागठबंधन समर्थको को संबोधित करते हुए कहा कि आज सरकार आदिवासी मूलवासियो के बच्चो को बीडीओ, सीईओ, अधिकारी बना रही है, तो भाजपा वालो के पेट में दर्द हो रहा है. विपक्ष के लोग आदिवासी मूलवासियो को भड़काने का काम कर रहे है. लेकिन मैं उनको बता दूं उनका षड़यंत्र सवा तीन करोड़ लोगों ने समझ लिया है. हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार की लोकप्रियता जैसे- जैसे बढ़ रही है. भाजपा वालों को तकलीफ होने लगी हैं. एक तरफ जहां सरकार पंचायत स्तर पर विकास के कामों को पहुंचा रही है, ग्रामीणों की समस्या का समाधान कर रही है. तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा अपने पाप का ठीकरा वर्तमान सरकार पर फोड़कर जनता को बरगला रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजतक आदिवासी मूलवासियो को भाजपा वाले बोका बनाते रहे, अब उनको बोका बनाने का मौका आ गया है. बीस सालो में ऐसा मंजर कभी नहीं देखा, जब गांव गांव में अधिकारी जाकर शिविर लगा रहे है. आम लोग तो छोड़िये पिछली सरकार ने सरकारी कर्मचारियों का मनोबल तोड़ दिया है. विपक्ष सोचने लगा था कि आदिवासी मूलवासियो को डराओ, धमकाओ, पुलिस, केस, कचहरी का खौफ दिखाओ तो ये लोग डर जायेगा. हमारे पूर्वज अंग्रेजो से भी नहीं डरे, तो हम इनसे क्या ख़ाक डरेंगे.
सीएम ने कहा कि कल मै ईडी ऑफिस गया था. लगभग 8 घंटों तक उनके सवालों का जवाब दिया. हमने उनसे कहा आपने जो आरोप लगाया हैं. क्या यह दो साल में पूरा हो सकता है. तो ईडी का कहना है कि यह 2 साल का आरोप नहीं हैं, जब 2 साल का आरोप नहीं है तो पूर्व सरकार को क्यों नहीं बोलते हो. हमने उनसे कहा कि अगर आप ईमानदारी से दूध का दूध और पानी का पानी करोगे, तो सरकार का पूर्ण समर्थन एजेंसियों को मिलता रहेगा. अगर एक तरफ़ा कार्रवाई करोगे तो उसका विरोध करने की ताकत भी हम रखते है.
सीएम ने कहा कि आख़िर गैर भाजपा शासित राज्यों पर ही ईडी की कार्रवाई क्यों हो रही है. इसका जवाब इन एजेंसियो को भी देना चाहिए. क्या भाजपा शासित राज्य के नेता दूध से धुले है. झारखंड में अपने हक़ अधिकार के लिए हमने कभी समझौता नहीं किया. आज हम दब जाएंगे, ऐसा हरगिज नहीं होगा. उन्होंने कहा कि भाजपा ने राज्य और युवाओं की बद से बदतर स्थिति बना दी है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजतक आदिवासी मूलवासियो को भाजपा वाले बोका बनाते रहे, अब उनको बोका बनाने का मौका आ गया है. बीस सालो में ऐसा मंजर कभी नहीं देखा, जब गांव गांव में अधिकारी जाकर शिविर लगा रहे है. आम लोग तो छोड़िये पिछली सरकार ने सरकारी कर्मचारियों का मनोबल तोड़ दिया है. विपक्ष सोचने लगा था कि आदिवासी मूलवासियो को डराओ, धमकाओ, पुलिस, केस, कचहरी का खौफ दिखाओ तो ये लोग डर जायेगा. हमारे पूर्वज अंग्रेजो से भी नहीं डरे, तो हम इनसे क्या ख़ाक डरेंगे.