
रांची. झारखंड की कामकाजी महिलाओ को राहत देने और नौनिहालों के संपूर्ण विकास के लिए राज्य के 1024 आंगनबाड़ी केंद्रों में पालना घर बनाये जायेंगे। इन पालना घरो में छह माह से लेकर छह वर्ष तक के आयु वर्ग के बच्चो को ‘डे केयर’ सुविधा मिलेगी। महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग ने सभी जिलों को इस संबंध में पत्र भेजा है। उक्त पत्र में योजना के लिए चिन्हित आंगनबाड़ी केंद्रों में सेविकाओं एवं सहायिकाओं के सहयोग से पालना घर के संचालन में सहयोग करने को कहा गया है। पालना घरो का संचालन केंद्र व राज्य सरकार के संयुक्त तत्वाधान में होगा। योजना के लिए 60% राशि केंद्र सरकार और 40% राशि राज्य सरकार देगी।
बच्चो के लिए आकर्षक खिलौने और बेड की होगी व्यवस्था
पालना घरो में बच्चो की देखभाल के लिए महिला कर्मियों को तैनात किया जाएगा। ये महिला कर्मी आंगनबाड़ी सेविकाओं की निगरानी में काम करेंगी। पालना घर में बच्चो को खाना और दूध देने के लिए इंडक्शन और अन्य आवशयक सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। यहां आकर्षक खिलौनों के अलावा बच्चो के सोने और आराम करने के लिए बेड भी होगा। पालना घर में बच्चो को कम से कम 7:30 घंटा रखने का प्रावधान होगा।