
रांची. बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी फर्जीवाड़ा, जालसाजी करने वाले, जमीन लूटेरे माफिया तत्वों के साथ खड़े है, और अपनी राजनीति चमकाने के लिए सरकार को घेर रहे है. ये आरोप आदिवासी समन्वय समिति के तत्वाधान में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में वक्ताओं ने कही. मौके पर आदिवासी समन्वय समिति के लक्ष्मी नारायण मुंडा ने कहा कि आदिवासियों के धार्मिक, सामाजिक और निजि भुंईहरी/रैयती जमीन की लूट आज भी बदस्तूर जारी है. आदिवासियों की जमीन की लूट के खेल में राज्य के आला अधिकारियों से लेकर राजस्व विभाग के अधिकारी, कर्मचारी, जमीन माफिया, अपराधी तत्वों और राजनेता भी लगे हैं.
समिति ने कहा कि मौजा – हुसिर,अंचल – कांके, जिला – रांची, थाना नंबर – 157 खाता संख्या – 57 जो आदिवासी खाते की है, वह जमीन फर्जीवाड़ा कर ली गयी है. इस जमीन को जालसाजी करके जमीन भू माफियाओ ने अमल कुमार सिंह, पल्लवी देवी, अमित नारंग, प्रतिमा झा आदि लोगों को बेच दिया है. इन्ही में एक अमल कुमार सिंह का इडी दफ्तर के बाहर दिये गए बयान को आधार बनाकर बाबूलाल मरांडी बयानबाजी कर रहें हैं. बाबूलाल मरांडी आदिवासी जमीन लूटने हड़पने वाले माफिया तत्वों के पक्ष मे खड़े होकर अपनी अज्ञानता ही प्रदर्शित कर रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को जानना चाहिए कि उपरोक्त जमीन को बचाने के लिए फूलों उरांव और उसका परिवार पिछ्ले कई वर्षों से लड़ाई लड़ रहा है. इसको लेकर सभी वरिष्ठ अधिकारियों सहित मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया है.
फूलो के परिवार ने इस मामले को लेकर कोर्ट में मुकदमा भी किया है. बाबूलाल मरांडी को यह सब नजर नही आया. वही दूसरी ओर जमीन लूटेरे भू माफियाओ के पक्ष में खड़े होकर बयानबाजी करते रहते हैं. बाबूलाल मरांडी को शर्म आनी चाहिए और आदिवासी परिवार से माफी मांगना चाहिए. इसी तरह आदिवासी जमीन की लूट खसौट को लेकर रांची में बड़े स्तर का बैठक एस माह के अंत में आयोजित किया जाएगा.
इस संवाददाता सम्मेलन में आदिवासी समन्वय समिति के लक्ष्मी नारायण मुंडा, केन्द्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की, आदिवासी जन परिषद के अध्यक्ष प्रेम शाही मुंडा और फूलो उरांव सहित परिवार के अन्य सदस्य लोग शामिल थे.