
चाईबासा: झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिला के गीतिलिपि गांव से बेहद दर्दनाक खबर सामने आई है. पुआल में आग लगने की वजह से उसमें खेल रहे चार बच्चे जिंदा जल गए. इस हादसे की खबर मिलने के बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई है. बच्चों के शवों को निकालने का प्रयास किया जा रहा है. फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है. ये घटना जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र की है.
ग्रामीणों से मिली प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, बच्चों के खेलते वक्त पुआल के ढेर में आग लगी, जिसकी वजह से यह भयावह घटना घटी. घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि बच्चे सुबह 11 बजे के करीब पुआल घर के पास खेल रहे थे. इसी बीच आग लग गई। पुआल सूखा होने की वजह से उसमें तेजी से आग लग गई.
गांव की महिला ने जलते हुए देखा:
मिली जानकारी के अनुसार बिरंग गगराई नाम की महिला घटनास्थल के पास पानी लेने आई थी. तभी उसने देखा कि घर में जहां पुआल रखा हुआ है वहां आग लगी हुई है. उसी जगह पर बच्चे भी खेल रहे हैं. यह देखकर बच्चों को निकालने की कोशिश की, लेकिन तब तक आग की लपटें इतनी बढ़ी कि ऐसा करना संभव नहीं हो सका. जिसके बाद बच्चों की जलने से मौत हो गई.
इन बच्चों की हुई मौत:
हादसे में जिन बच्चों की मौत हुई है, उसमें अर्जुन चातर का 5 साल का बेटा प्रिंस चातर, चंद्रमोहन सिंकू का 5 साल बेटा साहिल सिंकू, सुखराम सुंडी का 2 साल का बेटा रोहित सुंडी और एक पांच साल की लड़की भूमिका सुंडी शामिल है. हालांकि, यह अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि आग कैसे लगी.
पुलिस ने शुरू की जांच:
इस दर्दनाक हादसे को लेकर चाईबासा के एसपी ने बताया कि बच्चों की मौत को लेकर पुलिस पूरी तरह से संवेदनशील है. आग लगने के कारणों की जांच फिलहाल जारी है. पोस्टमार्टम के लिए सभी शव को भिजवा दिया गया है.
एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि जब आग लगी तब बच्चे भूसे के ढेर के पास खेल रहे थे. पुलिस अधीक्षक के मुताबिक, आग लगने के सही कारणों का पता लगाया जा रहा है. घटना की विस्तृत जांच के लिए एक टीम मौके पर भेजी गई है. वहीं इस घटना के बाद से गांव में मातम पसरा हुआ है. बच्चों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. उधर, पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है.