CrimeHeadlinesJharkhand

महगामा थाना के प्रभारी मुकेश सिंह पर लगा दबंगई का आरोप, रिपोर्ट लिखवाने गए शिक्षिका पति प्रीतम के साथ मारपीट कर हाथ पैर तोड़ा, एसपी से कार्रवाई की मांग

गोड्डा के महगामा में थाना प्रभारी मुकेश सिंह की दबंगई का मामला सामने आया है. यहां जमीन विवाद में थाना में रिपोर्ट दर्ज करवाने पहुंचे दंपत्ति के साथ बदसुलूकी, गाली गलौज और मारपीट करने का मामला प्रकाश में आया है. दरअसल महगामा थाना क्षेत्र के दिग्घी गांव निवासी प्रीतम कुमार भगत 15 अप्रैल के दिन अपने घरेलू जमीनी विवाद को लेकर रपट लिखवाने महागामा थाना पहुंचे थे. थाना द्वारा उनका आवेदन जमा ले लिया गया और पुनः दूसरे दिन दोंनो पक्षो को सुबह 10 बजे बुलाने की बात कहकर उन्हें घर वापस भेज दिया गया.

अगले दिन थाना प्रभारी के द्वारा दिए गए निर्धारित समयानुसार फरियादी प्रीतम कुमार भगत और उनकी पत्नी शिक्षिका पिंकी कुमारी थाना पहुंचे हुए थे. इस घटना के संबंध मे पीड़ित व्यक्ति की पत्नी शिक्षिका पिंकी कुमारी ने बताया कि हम दोनो के थाना पहुंचने के करीब डेढ घंटे बाद विपक्षी पार्टी के साथ महागामा थाना प्रभारी मुकेश कुमार सिंह हमसे बातचीत करने पहुंचे. बिना दोंनो पक्षो की बातो को सुने बगैर थाना प्रभारी मुकेश कुमार सिंह अपनी वर्दी का धौंस दिखाते हुए मेरे पति प्रीतम कुमार भगत के साथ गाली-गलौज करने लगे. थाना प्रभारी के इस तानाशाही रवैए से भयभीत होकर जब हमने अपना मोबाइल बैग से निकाला, तो मेरा मोबाइल भी छीन लिया गया. और मेरे साथ भी गाली गलौज करने लगे. शिक्षिका पिंकी कुमारी ने बताया कि मेरे सामने ही मेरे पति प्रीतम कुमार भगत को थाना प्रभारी मुकेश कुमार सिंह ने बेरहमी से मारना शुरू कर दिया. चिलचिलाती धूप के कारण मारपीट के दौरान जब मेरे पति जमीन पर गिर गए तो पैर मे बूट पहने हुए थाना प्रभारी मुकेश कुमार सिंह मेरे पति के सिर एवं हाथ पर चढ़कर उन्हें कु’चलने का प्रयास किया. फिर वे प्रीतम पर बेरहमी से अंधाधुंध लाठी बरसाने लगे मानो वो कोई दुर्दांत अपराधी हो. पिटाई करने के दौरान जब मेरा पति का बायां हाथ टूट गया, तो उन्होंने मारपीट करना बंद किया गया. उससे भी जब उनका मन नही भरा तो मेरे पति प्रीतम कुमार भगत का भी मोबाइल छीन लिया. हम दोनो पति-पत्नी को थाना मे घंटो देर तक बंधक बनाकर रखा गया. शिक्षिका पिंकी कुमारी अपने पति का हालत बिगडता देख थाना मे उपस्थित अन्य पुलिस कर्मियो से इलाज कराने के लिए काफी विनती करने लगी. बावजूद इसके थाना की ओर इलाज कराने की अनुमति नही दी गयी. काफी स्थिति बिगड़ने के बाद हम दोनो पति-पत्नी को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल महागामा भेजा गया. जहां पीड़ित मेरे पति की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल गोड्डा रेफर किया गया. वहीं थाना प्रभारी के इस दबंगई से भयभीत होकर पीड़ित प्रीतम कुमार भगत एवं शिक्षिका पत्नी पिंकी कुमारी ने बीते 18 अप्रैल 2023 को गोड्डा पुलिस कप्तान नाथू सिंह मीणा को लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है.

बाबूलाल मरांडी ने भी किया ट्वीट: पीड़ितों के पक्ष में बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने भी ट्वीट कर कार्रवाई की मांग की है. अपने ट्वीट में झारखंड पुलिस और झारखंड के डीजीपी को टैग कर उन्होंने कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने इस कृत्य को पुलिस की हैवानियत बताया है.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button