
रांची. नामकुम हिंसा मामले में अब भोजपुरी, मैथिली, मगही मंच के नेता कैलाश यादव भी कूद गए है। कैलाश यादव ने पुलिस पर नामकुम खटाल के निर्दोष लोगो को फंसाने का आरोप लगाया है। इस संबंध में आज कैलाश यादव ने श्रम मंत्री संजय यादव से मुलाकात की। वार्ता के बाद कैलाश यादव ने कहा कि नामकुम थाना प्रभारी मनोज कुमार और डीएसपी अमर पांडेय पुलिस टीम के साथ खटाल परिवार के निर्देश लोगों को परेशान करने के दृष्टिकोण से अपराधियों की तरह धड़ पकड़ कर रहे है। वे खटाल के लोगो को धमकी भी दे रहे है। उन्होंने कहा कि होलिका दहन के दिन जोरार बस्ती के आदिवासी समाज के लगभग 300 लोग नामकुम खटाल में घुसकर खटाल में रहने वाले परिवारों से मारपीट करने लगे और ईंट पथराव करने लगे जिस दौरान करीब दर्जनों यादव परिवार के लोगों का माथा फट गया और गंभीर चोट लग गई और उसमें जोरार बस्ती से आया सोनू मुंडा नामक एक लड़का धक्का मुक्की के दौरान वहां गिर गया, जिसे चोट आई और इलाज के दौरान रिम्स अस्पताल में मौत हो गयी। कैलाश यादव ने कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, आपस में एक साथ वर्षों से रह रहे लोगों से शांति बनाने और आपसी सौहार्द बनाकर रहने की अपील की। श्रम मंत्री से वार्ता के दौरान एसएसपी चंदन सिन्हा ने आश्वस्त किया कि निर्दोष लोगों को तंग नहीं किया जाएगा और न ही गिरफ्तार किया जाएगा। कैलाश यादव ने कहा कि पुलिस के एकतरफा कार्रवाई से संपूर्ण यादव समाज में काफी रोष व्याप्त है।