
रांची. अगर आपके पास बाइक, कार सहित अन्य वाहन है तो यह खबर आपके लिए ही है। सितंबर की दूसरी तारीख यानी दो सितंबर को आपको पेट्रोल-डीजल व अन्य ईंधनों के लिए जूझना पड़ सकता है। पूरे झारखंड में पेट्रोल पंप इस दिन बंद रहेंगे। दरअसल, कमीशन बढ़ाने और वैट घटाने की मांग को लेकर झारखंड के पेट्रोल पंप संचालक अब आरपार की मूड में आ गए हैं। पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन अपनी ने इस मांग को लेकर दो सितंबर को पूरे राज्य के पेट्रोल पंपों को बंद करने का फैसला लिया है। झारखंड में कुल 1600 से अधिक पेट्रोल पंप संचालित है। ऐसे में एक साथ सभी पेट्रोल पंपों के बंद होने से प्रदेश में पेट्रोल और डीजल की किल्लत हो सकती है।
मीडिया रिपोर्ट में पेट्रोलियम डीलर्स के अध्यक्ष अशोक सिंह के हवाले से बताया गया है कि बीते दिनों हुई पेट्रोलियम डीलर्स की बैठक में सात सूत्री मांगों पर चर्चा की गई। उन्होंने मांग की है कि 22 प्रतिशत वैट को घटाकर 17 प्रतिशत किया जाए। वहीं, वैट रिटर्न से पेट्रोलियम डीलर्स ने मुक्ति मांगी है। दूसरे राज्यों से अधिक वैट होने के कारण बिक्री प्रभावित हुई है। बिहार की तर्ज पर वैट रिटर्न की अनिवार्यता खत्म करे। प्रदूषण जांच केंद्र और तेल कंपनियों के अधिकारियों के मनमाने रवैये और तेल डिपो में हो रही समस्याओं पर भी चर्चा हुई।
पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन का कहना है कि डीलर मार्जिन को लेकर राज्यपाल से मिल कर ज्ञापन सौंपा जायेगा। इससे पहले डीलर और पेट्रोल पंपकर्मी काला बिल्ला लगा कर विरोध प्रदर्शन करेंगे। सभी जिले के डीलर्स अपने-अपने यहां के विधायकों और सांसदों को ज्ञापन सौंपेंगे। अगर सरकार तब भी नहीं मानी तो 2 सितंबर को राज्य के लगभग 1600 पेट्रोल पंप एक दिन के लिए बंद रखे जायेंगे।
यहां भी हो चुकी है बंदी:
झारखंड से पहले पंजाब के लुधियाना जिले के पेट्रोलियम डीलरों ने मार्जिन मनी में बढ़ोतरी को लेकर पेट्रोल पंप एक दिन के लिए बंद कर चुके हैं। पेट्रोल पंप बंद होने के बाद लोगों को पेट्रोल डलवाने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ा। इक्के-दूक्के पंपों पर पेट्रोल/डीजल डलवाने के लिए भीड़ देखने को मिली।