
रांची: झारखंड में 2017 से निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा (108 नंबर) चल रही है. इन एम्बुलेंस में से कई एम्बुलेंस अब बेहद खराब स्थिति में है. ऐसे में झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार जल्द ही राज्य के लोगों को 70 करोड़ की लागत से 200 से अधिक अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एम्बुलेंस की सौगात देने जा रही है. ये एम्बुलेंस मध्यप्रदेश के इंदौर से बनकर रांची लाये जा रहे है. एम्बुलेंस को लाने का काम भी शुरू हो गया है. रांची के नामकुम स्थित स्वास्थ्य मुख्यालय में इन एम्बुलेंस को फिलहाल रखा गया है.
अलग-अलग तरह की एम्बुलेंस सेवा देगी सरकार:
झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार की पहली प्राथमिकता राज्य के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना है. इसके लिए बीमार व्यक्ति, गर्भवती महिलाओं और सड़क दुर्घटना में घायल लोगों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया जाना जरुरी है. अस्पताल पहुंचने से पहले उन्हें एम्बुलेंस में ही जीवन रक्षक उपकरण की सुविधा मिल सके, इसके लिए सरकार द्वारा बेसिक लाइफ सपोर्ट सिस्टम (बीएलएस), एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम (एएलएस), नियोनेटल एम्बुलेंस की व्यवस्था की जा रही है. हेमंत सरकार राज्य की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए दुर्गम और दूरस्थ इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए मोटरसाइकिल एम्बुलेंस की भी व्यवस्था करने जा रही है.
2017 में खरीदी गयी एम्बुलेंस की स्थिति बेहद खराब:
वर्ष 2017 में रघुवर दास की सरकार में 300 से ज्यादा एम्बुलेंस की खरीद की गयी थी. जिसमे से आज कई बेहद खराब स्थिति में है. इसकी वजह यही है कि इन एम्बुलेंस में खराब गुणवत्ता वाले उपकरण लगा दिए गए थे, जो ज्यादा दिन नहीं चल सके. अब राज्य की हेमंत सोरेन सरकार ने मामले में दोषी अधिकारियों पर करवाई करते हुए सख्त निर्देश दिए है कि एम्बुलेंस की गुणवत्ता में कोई कमी या गड़बड़ी ना हो, इसका ख्याल रखा जाये. सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बनना गुप्ता ने कहा कि जल्द ही राज्य के लोगों के लिए इन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एम्बुलेंस को सड़क पर उतार दिया जायेगा.