HeadlinesJharkhandRanchi

पूर्वी भारत का सबसे बड़ा केबल स्टे ब्रिज है रांची का सिरमटोली फ्लाईओवर, यह देश का सबसे लंबा स्ट्रेट रेलवे स्पैन ब्रिज भी, जानिये नए सिरमटोली फ्लाईओवर की क्या-क्या है खासियत

रांची: राजधानी रांची में गुरूवार को देश के सबसे लंबे केबल स्टे ब्रिज का लोकार्पण किया गया. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सिरमटोली से मेकॉन तक फोर-लेन केबल स्टे ब्रिज का उदघाटन किया. यह फ्लाईओवर अपने-आप में कई खासियतें समेटे हुए है. सिर्फ राज्य ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी इस फ्लाईओवर ने कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कर लिए है. आइये जानते है रांची के सिरमटोली फ्लाईओवर (बाबा कार्तिक उरांव फ्लाईओवर) के नाम देश में क्या-क्या रिकॉर्ड दर्ज हो चुके है..

– सिरमटोली-मेकॉन फ्लाईओवर देश का सबसे लंबा स्ट्रेट रेलवे स्पैन ब्रिज है. 132 मीटर लंबा स्ट्रेट ब्रिज रेलवे लाइन के ऊपर बना है, जो देश में अबतक सबसे लंबा है.

– मुंबई के सी-लिंक के बाद देश में पहली बार मोनोपैलिंग तकनीक का इस्तेमाल झारखंड की राजधानी रांची में हुआ है. इससे सीमित स्थान और भूमिगत बाधाओं को पार करते हुए निर्माण को संभव बनाया जाता है.

– सिरमटोली-मेकॉन फ्लाईओवर पूर्वी भारत में रेलवे लाइन के ऊपर बना सबसे बड़ा केबल स्टे ब्रिज है. सिरमटोली फ्लाईओवर 72 केबल से तैयार हुआ है. इसमें 36 केबल का इस्तेमाल रेलवे लाइन और 36 केबल का इस्तेमाल ओवरब्रिज के ऊपर किया गया है.

– इस फ्लाईओवर में प्रीकास्ट पाइल कैप विधि का इस्तेमाल किया गया है. इसे ऑफसाइट में बनाया जाता है और फिर स्थापना के लिए निर्माण स्थल पर ले जाय जाता है. इस विधि से कम समय में उच्च गुणवत्तापूर्ण मानक का काम पूरा किया जा सकता है.

– इस फ्लाईओवर का शिलान्यास 19 अगस्त, 2022 को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया था. गुरूवार (5 जून, 2025) को उन्ही के हाथों इस फ्लाईओवर का उदघाटन भी किया गया है. यह फ्लाईओवर 2 साल 9 महीने 16 दिन में पूरा किया गया है.

– सिरमटोली-मेकॉन एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण 355.76 करोड़ की लागत से हुआ है. इस फ्लाईओवर में 300 टन तक भार सहने की क्षमता है.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button