
दिवाली में जितने पटाखे नहीं फूटे, उससे ज्यादा सियासी बम दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल की मांग के बाद फूटने लगे है. अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से भारतीय नोटों में माता लक्ष्मी और भगवान् गणेश की तस्वीर लगवाने की मांग क्या कर दी, पूरी बीजेपी में भूचाल आ गया है. इस कंपन का असर आज रांची तक देखने को मिला. आज बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने अरविंद केजरीवाल की मांग को राजनैतिक षड्यंत्र बताया. बाबूलाल ने ट्वीट कर लिखा – ” कल तक जिसके मंत्री हिंदू धर्म न मानने की शपथ ले रहे थे, जिनके प्रदेश अध्यक्ष मंदिरों को लेकर ओछी बयानबाजी कर रहे थे. आज उसी पार्टी के मुखिया देश के नोटों में गणेश-लक्ष्मी जी की फोटो लगाने की सिफारिश कर रहे हैं. आम आदमी पार्टी का यह राजनैतिक षड्यंत्र कभी सफल नहीं होगा. “
कल तक जिसके मंत्री हिंदू धर्म न मानने की शपथ ले रहे थे, जिनके प्रदेश अध्यक्ष मंदिरों को लेकर ओछी बयानबाजी कर रहे थे।
आज उसी पार्टी के मुखिया @ArvindKejriwal देश के नोटों में गणेश-लक्ष्मी जी की फोटो लगाने की सिफारिश कर रहे हैं।#AAP का यह राजनैतिक षड्यंत्र कभी सफल नहीं होगा।— Babulal Marandi (@yourBabulal) October 26, 2022
क्या मांग की है अरविंद केजरीवाल ने: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि भारत को अमीर और विकसित देश बनाने के लिए हमें बड़े स्तर पर बदलाव लाना होगा. कोई भी प्रयास तभी सफल होता है, जब हमारे ऊपर देवी देवताओ का आशीर्वाद हो. दिवाली के दिन हर किसी ने अपने घर में श्री लक्ष्मी गणेश जी का पूजन किया, सबने भगवान से सुख शांति की प्रार्थना की. हम सब ने देश की समृद्धि के लिए प्रार्थना की. व्यापारी भी अपने कार्यालय में देवी लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ती स्थापित करके रखते है और उनकी उपासना करते है. आज मै देश के प्रधानमंत्री से अपील करता हूं कि देश के नोटों के एक तरफ महात्मा गांधी की और दूसरी तरफ देवी लक्ष्मी और गणेश जी की तस्वीर लगाई जाए. ऐसा हुआ तो देश को मां लक्ष्मी और भगवान गणेश जी का आशीर्वाद मिलेगा. जो ताज़ा नोट्स छपते है उनसे यह शुरू किया जा सकता है.
केजरीवाल ने कहा कि इंडोनेशिया एक मुस्लिम नेशन होने के बाद भी अपने नोटों पर भगवान गणेश जी की तस्वीर छापता है. फिर हम क्यों नहीं छापते. दिवाली पूजन के समय मन में यह भाव आया कि अगर भारतीय नोटों के ऊपर ऐसा हो, तो शायद हमारी अर्थव्यवस्था अन्य प्रयासों के साथ साथ ईश्वर के आशीर्वाद से भी और समृद्ध होगी.