
देशभर में आज छठ व्रतियों ने भगवान दीनानाथ भुवन भास्कर को संध्या अर्घ अर्पित किया. झारखंड में भी छठ की छटा हर घाट में देखने को मिली. दो साल के अंतराल के बाद सार्वजानिक छठ पूजा आयोजन को लेकर श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह देखने को मिला. छठ घाटों में सूर्य उपासना करने के लिए लोगो की भीड़ उमड़ पड़ी. हर सड़क मानो घाट की ओर जाती दिखी. लोगो ने भगवान भास्कर से देश और दुनिया में खुशहाली, शांति और समृद्धि की कामना की. सोमवार सुबह उदितमान सूर्य को अर्घ अर्पित किया जाएगा, जिसके बाद छठ महापर्व का समापन हो जाएगा.
सपरिवार छठ घाट में अर्घ देने पहुंचे सीएम हेमंत सोरेन :
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी आज अपनी धर्मपत्नी कल्पना सोरेन एवं दोनों बेटो के साथ छठ व्रतियों के बीच पहुंचकर अस्ताचलगामी सूर्य देव को अर्घ्य दिया और सूर्योपासना की. मुख्यमंत्री ने भगवान भास्कर से झारखंडवासियों की सुख, समृद्धि के लिए आशीर्वाद मांगा. मुख्यमंत्री आज शाम सपरिवार रांची के नक्षत्र वन स्थित हटनिया तालाब पहुंचे तथा सैकड़ों व्रतियों के बीच छठ पूजा में शामिल हुए. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह महापर्व सूर्य भगवान की आराधना के लिए जाना जाता है. छठ महापर्व प्रकृति की पूजा का प्रतीक है. प्रकृति पर आस्था और उससे जुड़ाव भारतीय संस्कृति की परंपरा रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी माताएं-बहने 72 घंटे का व्रत रखकर भगवान भास्कर की आराधना करती हैं. यह हजारों साल पुरानी अद्भुत परंपरा है. यह समर्पण, सात्विकता, आस्था और स्वच्छता का एक बड़ा उदाहरण है. मैं इस परंपरा को शीश झुका कर नमन करता हूं. मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने राज्यवासियों को महापर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि छठी मैया से प्रार्थना है कि सभी सुखी हो, सब निरोगी रहें, छठी मैया सबका मंगल और कल्याण करें.
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कल्पना सोरेन ने हटनिया तालाब में डिप्टीपाड़ा निवासी छठ व्रती विनोद कुमार वर्मा एवं दीनदयाल नगर निवासी छठ व्रती शिवनारायण राम के परिजनों के साथ अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर अपनी श्रद्धा अर्पित की. मालूम हो कि छठ व्रती विनोद कुमार वर्मा कचहरी चौक स्थित राजस्थान कालेवालय के बगल में पान की दुकान चलाते हैं वहीं शिवनारायण राम पथ निर्माण विभाग में दर्जी का काम करते हैं.