
रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सहायक पुलिसकर्मियों को दुर्गा पूजा से पहले बड़ी सौगात दी है. झारखंड के सीएम ने एक वर्ष के लिए अनुबंध के आधार पर सेवा अवधि में विस्तार देने का आदेश दिया है. सीएम के आदेश के बाद अब गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग इससे संबंधित प्रस्ताव को मंत्रिपरिषद के समक्ष स्वीकृति के लिए भेजेगा.
2,200 सहायक पुलिसकर्मियों में खुशी की लहर:
मुख्यमंत्री के इस आदेश से झारखंड में अनुबंध पर नियुक्त 2,200 सहायक पुलिसकर्मियों (महिला और पुरुष) ने राहत की सांस ली है. इन सबको अपनी नौकरी जाने की चिंता सता रही थी. सहायक पुलिसकर्मियों की सेवा अवधि 8 अगस्त से 30 अगस्त 2025 के बीच सभी 12 जिलों (दुमका, सिमडेगा, गुमला, खूंटी, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, गिरिडीह, पलामू, गढ़वा, चतरा, लोहरदगा और लातेहार) में समाप्त होने वाली थी.
कैबिनेट में आयेगा सेवा विस्तार का प्रस्ताव:
गृह विभाग और पुलिस मुख्यालय से इस संबंध में अब तक कोई आदेश जारी नहीं हुआ. इसलिए सहायक पुलिसकर्मियों को आशंका थी कि रक्षाबंधन के दौरान ही अनुबंध समाप्ति का लेटर उन्हें थमाया जा सकता है. हेमंत सोरेन के इस आदेश से अब उनकी चिंता समाप्त हो जायेगी. सीएम के आदेश के बाद गृह विभाग की ओर से एक प्रस्ताव कैबिनेट में भेजा जायेगा. कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद सहायक पुलिसकर्मियों की सेवा एक साल के लिए बढ़ जायेगी.
2024 में हेमंत सरकार में ही हुई थी वेतन वृद्धि:
वर्ष 2024 में लंबे समय तक चले आंदोलन के बाद सहायक पुलिसकर्मियों की मांगों पर विचार किया गया था. उनका वेतन 10 हजार रुपए प्रति माह से बढ़ाकर 13 हजार रुपए कर दिया गया था. झारखंड सहायक पुलिसकर्मी एसोसिएशन के सचिव विवेकानंद गुप्ता ने कहा था कि सहायक पुलिसकर्मियों से जिला पुलिस का काम लिया जाता है, लेकिन वेतन होमगार्ड से भी कम है. इस पर भी विचार किया जाये.



