हैवानियत की हद: रांची की बीजेपी नेता आदिवासी बेटी को गर्म तवे से दागती रही, पेशाब पिलाया और रॉड से मारकर सरे दांत तोड़ दिए
बीजेपी नेता सीमा पात्रा ने अपने घर में काम करने वाली एक आदिवासी बेटी के साथ दरिंदगी और हैवानियत की सारी हदें पार कर दी। रांची के रिम्स में झारखंड की आदिवासी बेटी सुनीता खाखा बीजेपी नेता के रसूख की हैवानियत के कारण आज जिंदगी और मौत से जूझ रही है। बीजेपी नेता सीमा पात्रा ने इस आदिवासी बेटी के साथ इतने अत्याचार किये है, जिन्हे सुनकर हैवानियत की भी रूह कांप जाती है।

रांची: झारखंड के रिटायर्ड आईएएस की पत्नी और बीजेपी नेता सीमा पात्रा ने अपने घर में काम करने वाली एक आदिवासी बेटी के साथ दरिंदगी और हैवानियत की सारी हदें पार कर दी। रांची के रिम्स में झारखंड की आदिवासी बेटी सुनीता खाखा बीजेपी नेता के रसूख की हैवानियत के कारण आज जिंदगी और मौत से जूझ रही है। बीजेपी नेता सीमा पात्रा ने इस आदिवासी बेटी के साथ इतने अत्याचार किये है, जिन्हे सुनकर हैवानियत की भी रूह कांप जाती है।
बीजेपी नेता सीमा पात्रा ने घर में काम करने वाली सुनीता खाखा पर बेहिसाब जुल्म किये हैं। सुनीता के शरीर पर जख्म के सैंकड़ों निशान मौजूद है। उसे गरम तवे से शरीर के कई हिस्सों में दागा गया है। लोहे के रॉड से मारकर उसके दांत तोड़ दिये गये। कमरे में बंद करके रखी गई सुनीता का खाना-पानी तक बंद कर दिया गया था। सुनीता को पेशाब तक पिलाया गया और फर्श पर पेशाब कर जीभ से चाट कर साफ तक करवाया जाता था। वह खुद से खड़ी तक नहीं हो पा रही है। उसकी जुबां से ठीक से आवाज नहीं निकल रही। रांची के रिम्स में उसका इलाज चल रहा है। झारखंड सरकार के कार्मिक विभाग के एक अफसर की सूचना पर रांची पुलिस ने उसे 22 अगस्त को ही भाजपा नेता के रांची के अशोकनगर स्थित आवास से मुक्त कराया था, लेकिन उन्हें अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।

आदिवासी समुदाय से आने वाली सुनीता खाखा गुमला के एक गांव की रहनेवाली है। करीब दस साल पहले वह रिटायर्ड आईएएस महेश्वर पात्रा और बीजेपी नेता सीमा पात्रा के घर पर काम करने के लिए लाई गई थी। बाद में वह दिल्ली में रहनेवाली उनकी बेटी वत्सला पात्रा के साथ भेज दी गई। दिल्ली से उनके तबादले के बाद सुनीता वापस रांची सीमा पात्रा के घर आई। यहां काम करते सुनीता को हमेशा प्रताड़ित किया जाता रहा। उसने घर जाने की इजाजत मांगी तो पिटाई करते हुए उसे कमरे में बंद कर दिया गया। बात-बात पर बेल्ट से पिटाई आम बात हो गई। दर्जनों बार उसे गरम तवे से दागा गया। जिस कमरे में सुनीता को बंद किया गया, वहीं उसका बेडरूम और बाथरूम था। लगातार पिटाई से वह इस तरह अशक्त हो गयी थी कि फर्श पर घिसट-घिसट कर चलती थी। सुनीता को पेशाब कर मुंह से उसे चाट कर साफ करने पर मजबूर किया जाता था। घिसट-घिसट कर किसी तरह उसे यह भी करने को मजबूर किया गया।
सुनीता पर हो रहे जुल्म की जानकारी कार्मिक विभाग के अफसर विवेक बास्की को किसी तरह मिली तो उन्होंने डीसी राहुल कुमार सिन्हा के पास शिकायत की। इसके बाद मैजिस्ट्रेट की मौजूदगी में सुनीता को मुक्त कराया गया। विवेक बास्की की शिकायत पर ही रांची के अरगोड़ा थाने में आईपीसी की धारा 323, 325, 346, 374 और एस.सी.-एस.टी एक्ट 1989 के सेक्शंस के तहत एफआईआर दर्ज की गयी है। अरगोड़ा थाना प्रभारी का कहना है कि सुनीता की स्थिति सुधरने पर धारा 164 के तहत अदालत में उसका बयान दर्ज कराया जायेगा।
शिकायत में यह भी बताया गया है कि सीमा पात्रा के बेटे आयुष्मान ने सुनीता के साथ हो रहे जुल्म का विरोध किया था और मां से बहस की थी तो उसे मानसिक रोगी करार देते हुए रांची स्थित मानसिक आरोग्यशाला रिनपास में भर्ती करा दिया गया है। आयुष्मान अभी भी रिनपास में बंद हैं। इधर, सुनीता ने एक व्यक्ति द्वारा रिकॉर्ड किये गये वीडियो में अपने ऊपर हुए अत्याचार की ये दास्तां सिसक-सिसक कर बताई है। सोमवार को यह वीडियो कई मीडियाकर्मियों के पास पहुंचा है। इस गंभीर मामले में आरोपी भाजपा नेता सीमा पात्रा के खिलाफ एफआईआर के बाद आगे कोई कार्रवाई न होने पर सवाल उठ रहे हैं।