पवित्र लुगुबुरू पहाड़ को बचाने के लिए हेमंत सोरेन की दहाड़, 16 अप्रैल को डीवीसी के हाइडल प्रोजेक्ट के खिलाफ सबसे बड़े जंग की बनेगी रणनीति
मामले को 16 अप्रैल को ट्राइबल एडवाइजरी कमिटी यानी टीएसी की बैठक में लाया जायेगा, जिसमे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन लुगुबुरू पहाड़ को संरक्षित करने को लेकर कोई बड़ा ऐलान कर सकते है.

बोकारो. आदिवासी समाज के सबसे बड़े धार्मिक तीर्थ लुगुबुरू पहाड़ को बचाने के लिए सीएम हेमंत सोरेन ने आर-पार की जंग का ऐलान कर दिया है. मामले को 16 अप्रैल को ट्राइबल एडवाइजरी कमिटी यानी टीएसी की बैठक में लाया जायेगा, जिसमे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन लुगुबुरू पहाड़ को संरक्षित करने को लेकर कोई बड़ा ऐलान कर सकते है. आपको बता दें कि केंद्र सरकार और डीवीसी की ओर से लुगुबुरू में 10 हजार करोड़ की लागत से 1500 मेगावाट क्षमता के पंप स्टोरेज हाइडल पावर प्लांट लगाने का प्रस्ताव है. केंद्र सरकार ने वर्ष 2021 में डीवीसी के लिए लुगु पहाड़ व पश्चिम बंगाल के पंचेत डैम में दो परियोजनाओं की मंजूरी दी थी. इसके तहत कैरा झरना लुगु पहाड़ नाला पर एक ऊपरी बांध और बोकारो डीवीसी की नदी पर एक बांध के निर्माण का प्रस्ताव है. मगर आदिवासी समाज इस परियोजना के खिलाफ शुरू से आंदोलन कर रहा है. आदिवासी संगठनों का कहना है कि लुगुबुरू आदिवासियों का (खास कर संथाल आदिवासी समाज का) सबसे बड़ा धार्मिक धरोहर है, और यहां किसी भी तरह का अतिक्रमण या निर्माण इस क्षेत्र के साथ-साथ यहां के आदिवासियों की आस्था पर सबसे बड़ा हमला होगा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी लगातार कहते रहे है कि उनके मुख्यमंत्री रहते वे किसी भी हाल में लुगुबुरू में हाइडल प्रोजेक्ट को लगने नहीं देंगे.