
मुंबई में मजदूरी कर दिवाली की खुशियां बांटने अपने घर लौट रहे गिरिडीह के अरुण भुइयां को यूपी के प्रयागराज के छिवंकी रेलवे स्टेशन के दो जीआरपी जवानो ने चलती ट्रेन से फेंक दिया. जवान अरुण कुमार और कृष्ण कुमार ने अपने छोटे भाई अर्जुन भुइयां के साथ गिरिडीह लौट रहे अरुण भुइयां को टिकट चेकिंग के नाम पर अवैध वसूली नहीं देने के बाद चलती ट्रेन से फेंक दिया. जिससे अरुण की दर्दनाक मौत हो गयी. अरुण अपने परिवार का इकलौता कमाऊ सदस्य था. उसके निधन से अरुण का परिवार टूट गया है. अपने बेटे के घर आने की सूचना से उत्साहित पूरा परिवार अब गम में डूब गया है.
दोनों जवान गिरफ्तार : घटना को अंजाम देने वाले दोनों जीआरपी जवानो को गिरफ्तार कर लिया गया है. उनके खिलाफ मारपीट और गैर इरादतन ह्त्या के साथ साथ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.
उधर इस मामले में दोनों आरोपियों ने बताया है कि ट्रेन के दरवाजे पर कई लोग लटक रहे थे. जिससे उनकी जान को खतरा था. उन्हें वहां से हटाने के लिए हम बोगी में गए थे. उन्हें हटाने के क्रम में ही शोर मचना शुरू हो गया कि एक शख्स ट्रेन से नीचे गिर गया है. दोनों जवानो ने अरुण को धक्का देने या फेंक दिए जाने की बात से इंकार किया है.