झारखंड आदिवासी महोत्सव: पारंपरिक व्यंजनों से सजेगा मोरहाबादी मैदान, लाखों का इनाम और सांस्कृतिक गौरव का बनेगा गवाह, सर्वश्रेष्ठ व्यंजनों को मिलेगा नगद इनाम
सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय, झारखंड सरकार द्वारा प्रस्तावित इस महोत्सव का मुख्य आकर्षण पारंपरिक आदिवासी व्यंजन प्रतियोगिता-सह-प्रदर्शनी-सह-बिक्री होगी।

रांची. 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में भव्य “झारखंड आदिवासी महोत्सव 2025” का आयोजन किया जा रहा है। सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय, झारखंड सरकार द्वारा प्रस्तावित इस महोत्सव का मुख्य आकर्षण पारंपरिक आदिवासी व्यंजन प्रतियोगिता-सह-प्रदर्शनी-सह-बिक्री होगी। इस भव्य आयोजन का उद्देश्य आदिवासी संस्कृति और कला को बढ़ावा देना है। प्रतियोगिता में गणमान्य विशेषज्ञों द्वारा सर्वश्रेष्ठ व्यंजनों का विभिन्न श्रेणियों में चयन किया जाएगा।
सभी प्रतिभागियों को अपने व्यंजन तैयार करने हेतु सभी सामग्री और उपकरण स्वयं लेकर आना होगा। आयोजक संस्था द्वारा केवल स्टॉल उपलब्ध कराया जाएगा। रांची से बाहर के प्रतिभागियों के लिए रात्रि में आवास की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। इच्छुक प्रतिभागी/प्रतिभागी समूह अपना आवेदन 29 जुलाई को शाम 5:00 बजे तक सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय के कार्यालय में जमा कर सकते हैं। आवेदन के साथ जनजातीय व्यंजनों के संबंध में लिखित रूप से जानकारी प्रस्तुत करना आवश्यक है, जिसमें व्यंजन का नाम, व्यंजन का फोटो, उपयोग की गयी सामग्री, व्यंजन बनाने की विधि, और जनजातीय परंपरा/पर्व-त्यौहार/इतिहास से संबंध शामिल हों।

विजेता प्रतिभागियों का चयन संस्थान द्वारा निर्धारित मापदंडों के आधार पर किया जाएगा। विजेताओं को आकर्षक नगद इनाम मिलेगा।
प्रथम पुरस्कार – 50,000/- रुपये
द्वितीय पुरस्कार – 30,000/- रुपये
तृतीय पुरस्कार – 15,000/- रुपये
सांत्वना पुरस्कार – 5,000/- रुपये
आवेदन फॉर्म निदेशालय की वेबसाइट prdjharkhand.in अथवा कार्यालय से प्राप्त किए जा सकते हैं। भरे हुए आवेदन फॉर्म सूचना भवन, ऑड्रे हाउस के प्रथम तल पर स्थित कक्ष संख्या 105 में जमा किए जा सकते हैं, अथवा E-mail id- lprdam2025@gmail.com पर भी भेजे जा सकते हैं। यह महोत्सव न केवल आदिवासी व्यंजनों की अनूठी परंपरा को प्रदर्शित करेगा, बल्कि स्थानीय कला और संस्कृति को भी एक मंच प्रदान करेगा।



