जेएमएम ने भाजपा को दी चुनौती, कहा- अगर भाजपा ने अपने समय में विकास किया है, तो रघुवर दास को रामगढ़ में उम्मीदवार बनाकर वोट मांगे बीजेपी
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि तीन साल पहले जिस हालात में हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री का पद संभाला था, और जो समस्याएं रघुवर सरकार की ओर से हेमंत सोरेन को विरासत में मिली थी, फिर कोरोना के कारण 2 साल तक इस राज्य ने जो झेला, उसके बाद भी आज झारखंड मजबूत और बेहतर स्थिति में है, इसके लिए हेमंत सोरेन सरकार की तारीफ करनी होगी.

रामगढ़ उपचुनाव को लेकर आज झामुमो ने बीजेपी को खुली चुनौती दी. जेएमएम महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि रामगढ़ में उपचुनाव होने वाला है. अगर भाजपा ने अपने कार्यकाल के दौरान झारखंड में विकास किया है, तो रघुवर दास को रामगढ़ में उम्मीदवार बनाकर भाजपा लोगों से वोट मांगे. भाजपा इस चुनाव में रघुवर दास को अपना उम्मीदवार घोषित करे और उन्हें जिताने के लिए अभी से जुट जाए. अगर ऐसा करने में भाजपा-आजसू कामयाब होती है, तो माना जा सकेगा कि जनता बीजेपी के साथ है. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि झारखंड की जनता हेमंत सोरेन के साथ खड़ी है. हर झारखंडी ये जानता है कि झारखंड में भाजपा ने कितना विकास किया है. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि तीन साल पहले जिस हालात में हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री का पद संभाला था, और जो समस्याएं रघुवर सरकार की ओर से हेमंत सोरेन को विरासत में मिली थी, फिर कोरोना के कारण 2 साल तक इस राज्य ने जो झेला, उसके बाद भी आज झारखंड मजबूत और बेहतर स्थिति में है, इसके लिए हेमंत सोरेन सरकार की तारीफ करनी होगी.
जेएमएम महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि कोरोना काल के ख़त्म होने के बहुत कम समय बाद ही हेमंत सोरेन ने राज्य में कई लैंडमार्क स्थापित किये है. जैसे 1932 का खतियान, सर्वजन पेंशन योजना, सरना धर्म कोड, ओबीसी का आरक्षण, ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू करना. गरीबों, किसानों, सिपाहियों और छोटे व्यापारियों की समस्या का समाधान करना कोई मजाक नहीं है. जिस रघुवर सरकार में एक भी जेपीएससी की परीक्षा नहीं हुई, उसी जेपीएससी में ससमय परीक्षा पूरा कर सैकड़ो झारखंडी बच्चो को नौकरी दिलाना कोई सामान्य बात नहीं है. आज कई खेल पदाधिकारियों, कृषि पदाधिकारियों की नियुक्ति हेमंत सोरेन सरकार में हुई है. उन्होंने कहा कि अबतक राज्य में कई उपचुनाव हुए और इन सभी उपचुनावों में जनता ने हेमंत सोरेन को ही आशीर्वाद दिया है. भाजपाइयों को ये सोचना चाहिए कि सत्तापक्ष को मिल रही ये सफलता क्या बताती है.
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा एजेंसियों के भरोसे चुनाव लड़ती है. जबकि हेमंत सोरेन ओपीएस, सरना धर्म कोड, 1932 का खतियान, सर्वजन पेंशन योजना, किशोरी समृद्धि योजना जैसी महत्वकांक्षी योजनाओं को आगे रखकर चुनाव लड़ रहे है. भाजपा ने विरोधियों को पटखनी देने के लिए एजेंसियों को पाल रखा है. हम इसका जवाब अपनी जनकल्याणकारी नीतियों से दे रहे है. सुप्रियो ने भाजपा-आजसू से सवाल पूछा कि ओबीसी के आरक्षण पर चुनाव कराने की बात वे कह रहे थे, जिनकी अभी यूपी में सरकार है. इन्हे बताना चाहिए कि यूपी में आदित्यनाथ सरकार तो इसे लागू करवा चुकी थी. आखिर यूपी की ही अदालत ने आदित्यनाथ सरकार के इस फैसले को ख़ारिज क्यों कर दिया? भाजपा और आजसू के लोग इस मुद्दे पर चुप क्यों है. सुप्रियो ने आरोप लगाते हुए कहा कि जो लोग निकाय चुनाव को रद्द कराना चाहते थे, वही इस तरह की बात कर जनता को गुमराह कर रहे थे. जबकि भाजपा को मालूम था कि यूपी सरकार के फैसले को कोर्ट पहले ही ख़ारिज कर चुका है.