रांची में बेतरतीब बढे ई रिक्शा से बदहाल हुई जाम की समस्या, 12,000 से अधिक ई रिक्शा शहर के लिए बने जाम का सबब, ई रिक्शा चालकों की मनमानी से आम लोग परेशान
रांची जिला ई रिक्शा चालक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष शकील राइन ने भी इस बढ़ती समस्या के प्रति सरकार से ध्यान देने की मांग की है।

रांची. राजधानी रांची में बेतरतीब ढंग से ई रिक्शा बढ़ते जा रहे है। इन ई रिक्शा चालकों को ना तो नियमो की परवाह है, ना ही इनके लिए कोई विशेष रुट का निर्धारण किया गया है। नतीजतन शहर की यातायात व्यवस्था के लिए ये बड़ी चुनौती बनते जा रहे है। शहर में दौड़ रहे अधिकांश ई रिक्शा चालकों के पास ना तो वैध लाइसेंस है ना ही इन्हे यातायात नियमो की जानकारी है। रांची नगर निगम ने राजधानी में 1200 ई रिक्शा के परिचालन की अनुमति दी है। मगर वर्तमान में शहर में 12,000 से अधिक ई रिक्शा दौड़ रहे है। आलम ये है कि प्रतिदिन 10 नए ई रिक्शा का परिचालन शुरू हो रहा है। इस अनुपात में राजधानी की सड़के इस चौनौती से निपटने में नाकाफी साबित हो रही है। जिससे आय दिन शहर में जाम की समस्या खड़ी हो रही है। ई रिक्शा चालक सड़क पर जहां तहां मनमाने ढंग से सवारी बैठा रहे है। जिससे शहर के लगभग सभी प्रमुख चौक चौराहे जाम से त्रस्त है।
रांची जिला ई रिक्शा चालक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष शकील राइन ने भी इस बढ़ती समस्या के प्रति सरकार से ध्यान देने की मांग की है। शकील ने माना है कि राजधानी में बेतहाशा बढे ई रिक्शा पर लगाम लगाने की जरूरत है। इसके लिए बंगाल, यूपी, असम और छत्तिश्गढ़ की तर्ज पर झारखंड में भी ई रिक्शा के निबंधन और उसके परिचालन के लिए नियम होने चाहिए। ई रिक्शा विक्रेता धड़ल्ले से ई रिक्शा बेच रहे है। ज्यादात्तर ई रिक्शा का कोई निबंधन नहीं है। ना ही ई रिक्शा चालकों के पास कोई लाइसेंस है।



