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कहीं किसी अपराध या आतंकवादी गतिविधियों में तो नहीं हो रहा आपके नाम से पंजीकृत मोबाइल नंबर का इस्तेमाल, अपने मोबाइल नंबर की जांच और रिपोर्ट कैसे करें, जानिये

रांची: आज के डिजिटल युग में मोबाइल नंबर आपकी पहचान, बैंकिंग, सोशल मीडिया और सभी सरकारी सेवाओं का आधार है। ऐसे में अगर आपके नाम पर अनाधिकृत सिम कार्ड जारी हो जाए और उसका आपराधिक या आतंकवादी गतिविधियों में दुरुपयोग किया जाए तो मुश्किलें काफी बढ़ सकती हैं। चूंकि साइबर जालसाजी व अन्य सभी अपराधों में पुलिस अपराधियों के मोबाइल नंबर की प्रमुखता से जांच करती है।

दिल्ली के तिलक नगर में पिछले सप्ताह फर्जी जॉब कॉल सेंटर पकड़ा गया। इसमें खुलासा हुआ कि एक टेलीकॉम कंपनी का अधिकृत कर्मचारी बलजीत खुद ही स्टोर पर ग्राहकों से कई बार बॉयोमेट्रिक वेरीफिकेशन व ओटीपी लेकर उनके नाम पर एक से ज्यादा अनाधिकृत सिम कार्ड जारी कर लेता था।

बाद में इसे जालसाजों को कमीशन पर बेचता था। ऐसे ही कई मामले अब तक सामने आ चुके हैं। इससे बचने के लिए भारत सरकार के संचार मंत्रालय द्वारा जारी संचार साथी वेब पोर्टल का उपयोग करके अपने नाम से पंजीकृत मोबाइल नंबरों की संख्या की अक्सर जांच कर सकते हैं। अनाधिकृत नंबर दिखने पर तत्काल रिपोर्ट भी कर सकते हैं।

सिम कार्ड की संख्या की जांच व रिपोर्ट कैसे करें?

पहला चरण

●www.sancharsaathi.gov.in खोलें।

● मुख्य पेज पर ‘Citizen Centric Services पर क्लिक करें, यहां ‘नो मोबाइल कनेक्शंस इन योर नाम, Know Mobile Connections in Your Name’ पर क्लिक करें।

● अगले वेबपेज पर अपना मोबाइल नंबर व कैप्चा डालें। पंजीकृत मोबाइल नंबर पर तत्काल आए ओटीपी को दर्ज करें।

● ओटीपी वेरीफाई होते ही आपके नाम पर पंजीकृत व सक्रिय सिम कार्डों की सूची खुल जाएगी।

दूसरा चरण

● यदि कोई अनधिकृत/अज्ञात नंबर सूची में दिखता है तो उस नंबर को सेलेक्ट करें।

● इस नंबर के लिए ‘दिस इज नॉट माय नंबर’ या ‘नॉट रिक्वायर्ड’ विकल्पों में से किसी एक को चुनने के बाद रिपोर्ट पर क्लिक करें।

● इसके बाद स्क्रीन पर दिखने वाले रिक्वेस्ट आईडी को नोट कर लें।

● एसएमएस या कॉल के जरिए आपको कंपनी अपडेट करेगी।

● यदि इस नंबर के किसी आपराधिक गतिविधि में शामिल होने के बारे में पता चले तो तत्काल साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराएं।

अन्य सावधानियां और बचाव के जरूरी उपाय:

● सिम एक्टिवेशन के दौरान अपना फिंगरप्रिंट, आधार नंबर, फेस बायोमेट्रिक व ओटीपी खुद डिवाइस पर दर्ज करें।

● यदि स्टोर पर कर्मचारी एक से ज्यादा बार बायोमेट्रिक या ओटीपी मांगता है तो कारण स्पष्ट करने व स्टोर के उच्च अधिकारी को सूचित करके ही जानकारी दें।

● सिम कार्ड से जुड़े बिल, स्टोर कर्मचारी का नाम और स्टोर का पता सुरक्षित रखें, ताकि गड़बड़ी की स्थिति में शिकायत दर्ज करना आसान हो सके।

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