
रांची: बुधवार को लोकसभा में पेश किये गए संविधान संशोधन बिल को झारखंड मुक्ति मोर्चा ने संविधान खत्म करने की साजिश बताया. झामुमो कल यानी शुक्रवार को पूरे राज्य में बिल के विरोध में केंद्र सरकार का पुतला दहन करेगा. आज झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने इस बाबत प्रेस वार्ता कर जानकारी दी. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि केंद्र सरकार कि ओर से लाया गया यह बिल संविधान को समाप्त करने की साजिश है. देश को लोकतंत्र से हटाकर राजतंत्र की पराकाष्ठा पर ले जाने की तैयारी कि जा रही है. बिल के लागू होने के बाद राजा को जो नहीं पसंद होगा, वो देश में नहीं होगा. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार में एसआइआर को लेकर जो आक्रोश दिख रहा है, उसे केंद्र सरकार डर गयी है. झामुमो महासचिव ने आरोप लगाते हुए कहा कि 2024 में भाजपा को जिन 240 सीटों पर जीत मिली, उनमे भी 100 चोरी की सीट है. केवल 140 सीटों पर ही भाजपा की जीत हुई है.
झामुमो ने नायडू और नितीश को मोदी सरकार की ‘नानी’ बताया. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि बिल का मकसद है कि बिहार के नतीजे के बाद मोदी सरकार की ‘नानी’ यानी नायडू और नितीश मोदी सरकार से रूठे नहीं. इसके लिए केंद्र सरकार कि ओर से आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और नितीश कुमार के मंत्रियों को भी निशाने पर ले लिया गया. बीजेपी पहले ही जयंत चौधरी, जीतनराम मांझी, चिराग पासवान, एकनाथ शिंदे, अजीत पवार को पार्टी में या गठबंधन में शामिल करा चुकी है. अब बचे हुए नेता जो केंद्र सरकार से सीधा सवाल पूछते है उन्हें भी चुप कराने कि तैयारी कि गयी है. मोदी सरकार का कहना है कि अगर तुम बीजेपी के साथ नहीं गए, तो हम तुम्हारी राजनीति 30 दिन के अंदर समाप्त कर देंगे. इसका अधिकार इस बिल में दे दिया गया. लोकसभा में सरकार ने माना है कि 1729 राजनीतिक विरोधियों पर ईडी और सीबीआई की जो कार्रवाई हुई, उसमे मात्र 2 मामले में ही दोष सिद्ध हुआ. वो दोनों मामले झारखंड से है. एक एनोस एक्का और दूसरा हरिनारायण जी का. अपने कार्यकाल के दौरान केंद्र सरकार की ओर से डीएमकी, टीएमसी, जेएमएम, राजद, शिवसेना, समाजवादी पार्टी समेत सभी विपक्षी पार्टियों को टारगेट किया गया, मगर किसी ने मोदी सरकार के आगे घुटने नहीं टेके. इसीलिए यही एक मात्र रास्ता रह गया था, कि हम आपको पकड़ेंगे, जेल में डालेंगे, आपकी राजनीति समाप्त कर देंगे. यही मंशा है इस बिल का. झामुमो ऐसे अलोकतांत्रिक और संविधान पर सीधा प्रहार करने वाले किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेगा.
श्री भट्टाचार्य ने गृह मंत्री जी के राजनीतिक शुद्धता को लेकर दिए बयान को भी हास्यास्पद बताया. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि गृह मंत्री का राजनीतिक शुद्धता का बयान हास्यास्पद है. ईडी-सीबीआई ने नारायण राणे, अजीत पवार, माधवराज सिंधिया, नवीन जिंदल समेत कई राजनेताओं पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाया, मगर जैसे ही वे भाजपा में आ गए, सारे मामले खत्म हो गए. यही गृह मंत्री की राजनीतिक शुद्धता है. मतलब विपक्ष में मत रहो. चोरी करो, लूटो, भ्रष्टाचार करो, लेकिन भाजपा में रहकर करो. ये बीजेपी की घबराहट है. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि झारखंड से जो हवा चली, बिहार में जो स्थिति है, बंगाल तैयार बैठा है, उसपर अंतिम कील उत्तरप्रदेश में लगेगी. ये बिल उसी की घबराहट है. क्योंकि इसके बाद सारे विरोधी लोग जेल में डाले जायेंगे. इस बिल के खिलाफ कल राज्य भर में केंद्र सरकार का पुतला फूका जायेगा.



