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झारखंड में बारिश से तबाही, खरकई, स्वर्णरेखा, भैरवी उफनाई, हजारीबाग में बस पलटने से 10 यात्री घायल, चक्रधरपुर में घर धंसने से महिला की मौत, 3 बच्चे घायल, तेनुघाट डैम के 8 फाटक खोले गए, निचले इलाकों में अलर्ट जारी, खूंटी में पुल धंसा, रांची में बाढ़ जैसे हालात, जानिये पूरे झारखंड में तबाही का VIDEOS

रांची: झारखंड में मॉनसून की दस्तक के बाद से पूरे राज्य में लगातार भारी बारिश हो रही है। पूरा राज्य पानी-पानी हो गया है। स्वर्णरेखा, खरकई, भैरवी समेत बाकियों नदी-नाले उफान पर है। दरअसल बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है, जिससे झारखंड में मानसून सक्रिय हो गया है।

मौसम विज्ञान केंद्र रांची के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि आज रांची, लोहरदगा, सिमडेगा, खूंटी और गुमला जिलों में भारी बारिश की संभावना है। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।

रांची में शुक्रवार को भी सभी स्कूल बंद:

लगातार बारिश होने की स्थिति को देखते हुए रांची में शुक्रवार को भी सभी स्कूल बंद रहेंगे। क्लास KG से 12वीं तक रांची जिला अंतगर्त संचालित सभी कोटि के सरकारी/गैर सरकारी सहायता प्राप्त (अल्पसंख्यक सहित) और सभी प्राइवेट स्कूल 20 जून को बंद रहेंगे। रांची के डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने भारी बारिश की वजह से 19 जून को भी सभी स्कूल बंद रखने का आदेश जारी किया था।

राजधानी में बाढ़ से हालात, निचले इलाके जलमग्न:

लगातार बारिश से राजधानी रांची में बाढ़ जैसे हालात हो गए है। निचले इलाकों में घरो में पानी घुसने से आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। स्वर्णरेखा और हरमू नदी में भी जलस्तर बढ़ गया है।

प्रशासन ने सड़क पर निकलने वाले नागरिकों से सावधानीपूर्वक वाहन चलाने की अपील की है। शहर में ट्रैफिक की रफ्तार भी धीमी हो गई है। बारिश से बाजार पर भी बुरा असर पड़ा है।

फिलहाल रांची व आसपास के जिलों में राहत व बचाव दल को अलर्ट मोड पर रखा गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक स्वर्णरेखा नदी के इर्द-गिर्द रहने वाले कुछ लोग फंस गए थे, उन्हें सुरक्षित निकल लिया गया हैं।

फिलहाल राजधानी रांची से हताहत की अभी तक कोई सूचना नहीं मिली है, प्रशासन की टीम लगातार नजर बनाई हुई है।

हजारीबाग में बस पलटने से 10 यात्री घायल:

हजारीबाग जिले के गोरहर थाना क्षेत्र के गोरहर पुल के पहले NH 19 के पास सियाराम बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। इस हादसे में 10 लोगों के घायल होने की खबर है। घायलों का इलाज बरकट्ठा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है। घायलों में तीन की स्थिति गंभीर बताई जा रहा है। बस कोलकाता के बाबू घाट से गया जा रही थी। भारी बारिश के कारण सड़क पर फिसलन थी और गाड़ी पलट गई।

चक्रधरपुर में मिटटी का घर धंसने से महिला की मौत:

भारी बारिश के कारण पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर प्रखंड के कुलीतोडांग गांव में मिट्टी का घर धंसने से एक महिला की मौत हो गई। वहीं 3 बच्चे घायल हो गए। इसमें मृतक महिला गुरुबारी दोंगो के 2 बच्चे भी शामिल हैं। एक बच्चा 3 साल का गुलशन दोंगो और दूसरा 5 महीने का सुनिल दोंगो है। तीसरा घायल बच्चा चाईबासा के कुसमुंडा गांव से आया 8 वर्षीय इंदा पूर्ति है। वह रिश्तेदार का बच्चा है। घर के धंसने से महिला मिट्टी में दब गई और बेहोश हो गई। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई।

खूंटी में पेलोल नदी पर बना पुल ध्वस्त:

खूंटी में पेलोल नदी पर बना पुल दो टुकड़ों में बंटकर अलग हो गया। पुल दो हिस्सों में टूटकर नीचे धंस गया। जिस कारण वहां पर आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया। पुल टूटने के कारण खूंटी-सिमडेगा मुख्य पथ पर गाड़ियों को लंबी कतार लग गयी। बता दें कि पेलोल पूल के टूटने से खूंटी भाया सिमडेगा भाया ओडिशा के साथ संपर्क पूरी तरह टूट गया है। हादसे के समय पुल पर फंसे ट्रक को निकाला गया। बता दें कि 29 अगस्त 2022 को 6 करोड़ की लागत से बना गिडुम पुल टूटा था।

गोला के रास्ते रजरप्पा ‎मंदिर का संपर्क टूट गया:

रामगढ़ के रजरप्पा में पिछले 24 घंटों से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। भैरवी नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने से नदी किनारे बसी कई झोपड़ियां जलमग्न हो गई हैं। वहीं, मां छिन्नमस्तिका ‎मंदिर प्रक्षेत्र के भैरवी नदी का जलस्तर काफी बढ़ ‎गया है। जलस्तर बढ़ने से भैरवी नदी उफान पर‎ हैं।

भैरवी का पानी छिलका पुल के‎ ऊपर से बह रहा है। इससे गोला के रास्ते रजरप्पा ‎मंदिर का संपर्क टूट गया है। संपर्क टूट जाने से‎ गोला की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं को ‎काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। कुछ श्रद्धालु नए पुल का उपयोग कर मंदिर तक‎ पहुंच रहे हैं। लेकिन ज्यादातर श्रद्धालुओं को 2‎ किमी अधिक दूरी तय कर नए रास्ते से रजरप्पा ‎मन्दिर पहुंचना पड़ रहा हैं।

 

तेनूघार डैम के आठ फाटक खोले गए, 55 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा गया:

बोकारो में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण तेनुघाट डैम के आठ फाटक खोल दिए गए हैं। बुधवार को दो और गुरुवार को 6 फाटक खोले गए। जलस्तर बढ़ने के कारण यह निर्णय लिया गया है। इससे 55 हजार क्यूसेक पानी का बहाव हो रहा है।

जिला प्रशासन ने नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा है। फाटक खोलने से नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ने की संभावना है। इससे निचले इलाकों में जलभराव या बाढ़ की स्थिति बन सकती है। तेनुघाट डैम के सहायक अभियंता‎ मंगल देव सिंह ने बताया कि 8 गेट खोले जाने से 55 हजार क्यूसेक पानी का बहाव हो रहा है।

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