
नयी दिल्ली: भारत में जनगणना दो चरणों में होगी। इसे लेकर केंद्र सरकार ने आज अधिसूचना जारी कर दी है। गृह मंत्री अमित शाह ने घोषणा की है कि भारत की जनसंख्या की जनगणना वर्ष 2027 के दौरान की जाएगी। गृह मंत्रालय ने सोमवार को जनगणना अधिनियम, 1948 के तहत जनगणना और जातीय जनगणना से संबंधित नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। वैसे तो भारत में जनगणना हर 10 साल बाद होती है, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से जनगणना टल रही थी लेकिन अब नोटिफिकेश जारी होने के बाद क्लियर हो गया है कि जनगणना का काम जल्द शुरू हो जाएगा। अगली जनगणना 2035 में कराई जाएगी।
21 महीने में पूरी होगी जनगणना:
जनगणना की पूरी प्रक्रिया एक मार्च 2027 तक पूरी कर ली जाएगी। जनगणना का प्राइमरी डेटा मार्च 2027 में ही जारी हो जाएगा। हालांकि विस्तृत डेटा जारी होने में साल के आखिर तक का इंतजार करना पड़ेगा। जनगणना की पूरी प्रक्रिया लगभग 21 महीनों में पूरी होगी।
दो चरणों में होगी जनगणना, ये जानकारियां ली जाएंगी:
जनगणना को दो चरण में पूरा किया जाएगा। एक मार्च 2027 की आधी रात तक देश की जनसंख्या और सामाजिक स्थिति का जो भी आंकड़ा होगा, वही रिकॉर्ड में दर्ज किया जाएगा। इसी को आधार माना जाएगा।
जनगणना दो चरणों में आयोजित की जाएगी। पहले चरण में हाउसलिस्टिंग ऑपरेशन (एचएलओ) में प्रत्येक घर की आवासीय स्थिति, परिसंपत्तियों और सुविधाओं का विवरण एकत्र किया जाएगा। इसके बाद, दूसरे चरण में जनसंख्या गणना (पीई) में प्रत्येक घर के प्रत्येक व्यक्ति का जनसांख्यिकीय, सामाजिक-आर्थिक, सांस्कृतिक और अन्य विवरण लिया जाएगा।
2011 की जनगणना की बात करें तो उसमें 35 सवाल शामिल थे। जैसे-
- घर किस तरह के और किस हाल में हैं?
- घर में पीने के पानी की क्या व्यवस्था है?
- शौचालय है या नहीं और अगर है तो किस तरह का शौचालय मौजूद है?
- किचन किस तरह का है और उसमें खाना पकाने के लिए कौन सा ईंधन इस्तेमाल होता है?
- घर में किस तरह का वाहन इस्तेमाल किया जाता है?
- आवास में फोन, टेलीविजन, कंप्यूटर इत्यादि सुविधाएं हैं या नहीं?
- इंटरनेट की सुविधा है या नहीं, स्मार्टफोन कितने और किसके पास हैं?
- खाना किस तरह का खाते हैं, कौन सा अनाज ज्यादा इस्तेमाल होता है?
कुछ इसी तरह अलग से सवालों का एक जत्था आबादी की गणना करने के लिए भी बनाया जाता है। 2011 के सवालों को ही ले लें तो लोगों से उनका नाम, लिंग, उम्र, धर्म, किस जाति से हैं (एससी या एसटी), मातृभाषा, शैक्षणिक स्तर, नौकरी, आदि को लेकर सवाल पूछे जाते हैं। बीते दशक जो जनगणना हुई थी, उसका पूरा डाटा मार्च के अंत तक रिलीज कर दिया गया था। इसकी आखिरी रिपोर्ट, जिसमें जनसांख्यिकी, धार्मिक पृष्ठभूमि, भाषाई आधार व अन्य जटिल जानकारियां दी गई थीं, उसे दो साल बाद अप्रैल 2013 में जारी किया गया था।
10 प्वाइंट्स में जानें जनगणना के बारे में सबकुछ
- इस बार जनगणना की प्रक्रिया दो फेज में होगी, जिसका पहला चरण एक अक्टूबर 2026 तक पूरा किया जाएगा, जबकि दूसरा और अंतिम चरण एक मार्च 2027 तक पूरा होगा और एक मार्च 2027 को रेफरेंस डेट माना जाएगा, यानी उस समय देश की जनसंख्या और सामाजिक स्थिति का जो भी आंकड़ा होगा, वही रिकॉर्ड में दर्ज किया जाएगा और फिर ये आंकड़े सार्वजनिक कर दिए जाएंगे, जिसे आप भी जान सकेंगे।
- पहाड़ी राज्यों जैसे जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और उत्तराखंड में जनगणना की प्रक्रिया अन्य राज्यों से पहले अक्टूबर 2026 तक पूरी कर ली जाएगी। इसका कारण है यहां का मौसम और ठंड, इन राज्यों के लिए एक अक्टूबर 2026 को रेफरेंस डेट माना जाएगा।
- जनगणना की पूरी प्रक्रिया एक मार्च 2027 तक खत्म हो जाएगी, यानी कि पूरी प्रक्रिया लगभग 21 महीनों में पूरी होगी।
- इसके बाद जनगणना का प्राइमरी डेटा मार्च 2027 में जारी होगा, जबकि डिटेल डेटा जारी होने में दिसंबर 2027 तक का वक्त लगेगा।
- इसके बाद लोकसभा और विधानसभा सीटों का सिलसिलेवार परिसीमन 2028 तक शुरू होगा इस दौरान महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण भी लागू किया जा सकता है। यानी 2029 के लोकसभा चुनाव से पहले-पहले महिलाओं के लिए रिजर्वेशन की तस्वीर साफ हो सकती है।
- अब आप सोच रहे होंगे कि कैसे होती है जनगणना, तो जनगणना से पहले प्रोफॉर्मा तैयार किया जाता है, जिसमें हाउसिंग सेंसस और पॉपुलेशन सेंसस के लिए प्रश्नावली होती है।
- इस बार की जनगणना में जाति और संप्रदाय से संबंधित सवाल भी शामिल किए जा सकते हैं। इस बार की जनगणना में करीब 34 लाख कर्मचारी हिस्सा लेंगे, जिनकी ट्रेनिंग होगी।
- डिजिटल गणना के लिए सॉफ्टवेयर में जाति, उप-जाति और OBC के लिए नए कॉलम और मेन्यू शामिल किए जाएंगे।
- हाउसिंस सेंसस के प्रोसेस के दौरान घरों की लिस्ट तैयार की जाती है और आवासीय स्थिति, सुविधाओं, और संपत्ति से संबंधित जानकारी जमा कर ली की जाती है। इस प्रकिया में पर्यवेक्षक घर-घर जाकर सवाल पूछते हैं।
- इस बार की जनगणना में 30 सवाल पूछे जा सकते हैं, जिनमें नाम, आयु, लिंग, जन्म तिथि, वैवाहिक स्थिति, शिक्षा, रोजगार, धर्म, जाति, और उप-संप्रदाय, परिवार के मुखिया के साथ रिश्ता, आवासीय स्थिति और प्रवास से जुड़े सवाल शामिल होंगे।