
रांची: केंद्रीय सरना स्थल सिरमटोली बचाओ मोर्चा ने बुधवार यानी कल झारखंड बंद बुलाया है. इससे पहले आज मोर्चा की ओर से रांची में मशाल जुलूस निकाला गया. बंद समर्थक संगठनों ने लोगों से बंद में सहयोग करने की अपील की. हालांकि, इस बार बंद का मुद्दा केवल सिरमटोली फ्लाईओवर रैंप का नहीं है, बल्कि आदिवासी संगठनों द्वारा राज्य में शराबबंदी लागू करने, मरांगबुरु और लुगुबुरू की सुरक्षा, देवड़ी दिरी और लैंडबैंक समेत अन्य मुद्दे भी शामिल किये गए है. हालांकि, बंद से केंद्रीय सरना समिति समेत कई आदिवासी संगठनों ने खुद को अलग रखा है. केंद्रीय सरना समिति भारत, राजी पहड़ा सरना प्राथना सभा, रांची महानगर प्रार्थना सभा समेत कई संगठनों ने बंद से खुद को अलग रखा है. केंद्रीय सरना समिति ने बंद में शामिल संगठनों पर सीधे तौर पर बीजेपी के साथ मिलकर राजनीति करने का आरोप लगाया है.
बंद समर्थको को बीजेपी से फंडिंग:
केंद्रीय सरना समिति भारत के केंद्रीय अध्यक्ष अजय तिर्की ने बंद समर्थक संगठनों पर बीजेपी से मिलीभगत का आरोप लगाया है. अजय तिर्की ने कहा कि बंद समर्थकों को बीजेपी से फंडिंग की जा रही है. उन्होंने गीताश्री उरांव, कुदरसी मुंडा, प्रेमशाही मुंडा पर सीधे तौर पर बीजेपी से सांठगांठ का आरोप लगाया है. अजय तिर्की ने कहा कि बंद में शामिल संगठनों को अपने फायदे के लिए आदिवासियों का नाम इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. उन्होंने बीजेपी को चुनौती देते हुए कहा कि बीजेपी आदिवासियों का मुखौटा लगाकर राजनीति ना करे. अजय तिर्की ने यह भी आरोप लगाया कि जब तीन साल से फ्लाईओवर बन रहा था, तब किसी को आपत्ति नहीं हुई, मगर जब फ्लाईओवर पूरा बन गया, तब बीजेपी के इशारे पर कुछ लोग आदिवासियों को भड़काने का काम करने लगे.
ऊल-जुलूल बयानबाजी कर रही है सरना समिति:
केंद्रीय सरना समिति भारत के आरोपों पर प्रेमशाही मुंडा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि केंद्रीय सरना सरना और अजय तिर्की ऊल-जुलूल बयानबाजी कर रहे है. उन्होंने कहा कि फ्लाईओवर के डीपीआर में रैंप को ऊपर से ले जाने की बात कही गयी थी, जिसे बाद में बदला गया. बीजेपी से साठगांठ के आरोप पर उन्होंने कहा कि केंद्रीय सरना समिति के अंदर से भी कुछ लोगों को बंद का समर्थन है. उन्होंने कहा कि बंद के दौरान सड़क जाम कर प्रदर्शन किया जायेगा. हालांकि जरुरी सेवाओं को बंद से मुक्त रखा जायेगा.
जरुरी सेवायें बंद से मुक्त:
बुधवार को बुलाये गए झारखंड बंद से जरुरी सेवाओं को मुक्त रखा गया है. बंद के दौरान दवा दुकान, आवश्यक सेवाएं, दूध काउंटर, शवयात्रा एम्बुलेंस, अस्पताल आने-जाने वाले मरीजों व उनके परिजनों को बंद से बाहर रखा गया है.