
नयी दिल्ली: ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) सांसद असदुद्दीन ओवैसी ओवैसी को मोदी सरकार में बड़ी जिम्मेदारी मिल गयी है. भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर सामने आयी है. खबर है कि ओवैसी समेत 30 सांसदों को केंद्र सरकार द्वारा विदेश भेजा जायेगा, जो पूरी दुनिया में पाकिस्तान की पोल खोलेंगे.
जिस तरह से भारत ने आतंकवाद के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया, उसे लेकर भारत सरकार ने बड़ी तैयारी की है. और इस तैयारी में असदुद्दीन ओवैसी को भी शामिल किया गया है. पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने जिस तरह ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया और फिर दोनों देशों के बीच जंग जैसे हालात बने, उसमे ओवैसी भारत के लिए डटकर खड़े रहे.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब भारत सरकार ने पाकिस्तान को कूटनीतिक तौर पर दुनिया भर के सामने एक्सपोज करने की तैयारी शुरू कर दी है और इस बड़े मुहीम में ओवैसी को भी शामिल किया गया है. ओवैसी दुनियाभर में पाकिस्तान को आतंकवाद के मामले में बेनकाब करेंगे.
बताया जा रहा है कि अगले हफ्ते से ही अलग-अलग राजनीतिक दलों से जुड़े करीब 30 सांसदों को विभिन्न देशों में भेजा जायेगा. जिन सांसदों को इस मिशन के लिए चयनित किया गया है, उन सांसदों ने भी इसके लिए अपनी मंजूरी दे दी है. हालांकि, किन सांसदों को कहां भेजा जायेगा, इसकी अभी पुख्ता जानकारी आनी बाकी है. ये सांसद दस दिनों तक दुनियाभर के देशों में जाकर आतंकवाद के खिलाफ भारत के मिशन की जानकारी देंगे, साथ ही वैश्विक मोर्चे पर आंतकवाद को पनाह देने वाले पाकिस्तान को बेनकाब करेंगे. इसके लिए विदेश मंत्रालय इन सांसदों को भारत के रुख की ब्रीफिंग भी देगा, ताकि ये प्रतिनिधिमंडल मजबूती से भारत का पक्ष दुनिया के सामने रख सके.
इस प्रतिनिधिमंडल में बीजेपी, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, जदयू, बीजेडी, एनसीपी, डीएमके समेत कई दलों के सांसदों को शामिल किया गया है. संभावना है कि 22 या 23 मई को सांसदों का यह प्रतिनिधिमंडल विदेश के लिए रवाना होगा.