
Ranchi. झारखंड के आदिवासी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लोकप्रियता के मामले में लंबी छलांग लगाई है। इंडियन एक्सप्रेस के पावर लिस्ट 2025 सूची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 100 सबसे ताकतवर शख्सियतों की सूची में 40 वें स्थान पर आ गए हैं। बीते वर्ष हेमंत सोरेन इस सूची में 93वें नंबर पर थे। हेमंत सोरेन देशभर में एक आदिवासी नायक के रूप में उभरे है। पिछले साल हुए लोकसभा और विधानसभा चुनावों में उन्हें जनता का अपार जनसमर्थन मिला। वें लगातार दूसरी बार झारखंड में प्रचंड बहुमत की सरकार बनाने वाले एकलौते नेता बन गए। हेमंत सोरेन को मिले अपार जनसमर्थन के पीछे का कारण है कि वें जो वादा करते है, उसे पूरा भी करते है। राज्य के कोर मुद्दों जैसे 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति, सरना धर्मकोड, 27% ओबीसी आरक्षण जैसे मुद्दों पर उन्होंने सदन से विधेयक पारित कराकर उन मुद्दों पर हाथ डालने की ना केवल कोशिश की, जिन पर अन्य कोई राजनैतिक दल के नेता दस बार सोचते। हेमंत ने ना केवल उन मुद्दों पर बेबाकी से अपने विचार रखे, बल्कि सदन से उन विधेयकों को पारित भी कराया। हेमंत अपने आदिवासियत छवि के लिए जाने जाते है। जब झारखंड की राजनीति में आदिवासियों का प्रभुत्व कम होने लगा, तब हेमंत सोरेन ने अपने पिता दिशोम गुरु शिबू सोरेन के राह पर चलकर झारखंड को लगातार दूसरी बार अबुआ सरकार दी, जो राजधानी से नहीं, बल्कि सुदूर गांव देहात से चलती है। हेमंत सोरेन ने आदिवासी अभिनन्दन शब्द ‘जोहार’ को राष्ट्रीय पहचान दी। उन्होंने देश में सर्वाधिक महिला सम्मान राशि देकर महिलाओ को सशक्त बनाया। एक समय था, जब अर्थशास्त्र के पंडित हेमंन्त की मइयां सम्मान योजना को झारखंड के लिए आत्मघाती योजना बता रहे थे, इससे राज्य की अर्थव्यवस्था चौपट होने की भविष्यवाणी करते फिर रहे थे। हेमंत ने ऐसे माहौल में भी महिलाओ को सशक्त बनाने के लिए सर्वाधिक 2500 रुपये की मइयां सम्मान राशि का ऐलान किया, चुनाव में प्रचंड जीत दर्ज की और सरकार बनाते ही अपने वादे को पूरा कर दिया। भारी भरकम खर्च के बावजूद वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए हेमंत सोरेन की सरकार ने 1 लाख 45,000 करोड़ का बजट पास किया। इतना ही नहीं, झारखंड ने हेमंत सोरेन की सरकार में महाराष्ट्र और गुजरात जैसे विकसित राज्यों को पीछे छोड़ते हुए देश की चौथी सबसे तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था का गौरव प्राप्त किया। वर्ष 2025 की नीति आयोग की रिपोर्ट और राज्य के आर्थिक सर्वेक्षण में यह खुलासा हुआ है।