
रांची: महिलाओं को स्वावलंबी और सशक्त बनाने के लिए सम्मान राशि देने में झारखंड संभवतः देश में सबसे आगे है. झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए मंईयां सम्मान योजना लागू की है, जिसके तहत 18 वर्ष से ऊपर की पात्र महिलाओं को 2500 रूपये प्रतिमाह दिया जा रहा है. यह राशि देश में संभवतः महिलाओं को दी जा रही अबतक की सबसे अधिक सम्मान राशि है. झारखंड के अलावा देश के कई अन्य राज्य भी महिलाओं को सम्मान राशि दे रहे है, मगर अब तक किसी भी राज्य ने महिलाओं के लिए 2500 रूपये प्रतिमाह देने का काम नहीं किया है. दिल्ली में हाल ही में महिलाओं को 2500 रूपये देने वाली योजना को कैबिनेट से मंजूरी मिली है, मगर अबतक राशि महिलाओं के खाते में जानी शुरू नहीं हुई है.
अगर अन्य राज्यों की बात करें तो मध्यप्रदेश में लाड़ली बहना योजना के तहत मात्र 1250 रूपये प्रतिमाह, तमिलनाडु में कलंगल थित्तम के तहत प्रतिमाह 1000 रूपये, कर्नाटक में गृहलक्ष्मी योजना के तहत प्रतिमाह 2000 रूपये, पश्चिम बंगाल में लक्ष्मी भंडार योजना के तहत 500 से 1000 रूपये प्रतिमाह, महाराष्ट्र में लाड़की बहन के तहत 1500 रूपये और गुजरात में नंदी गौरव के तहत मात्र 1000 रूपये प्रतिमाह ही दिए जा रहे है. ऐसे में कहना गलत नहीं होगा कि झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार देश में महिलाओं के सशक्तिकरण और स्वावलम्बन की दिशा में सबसे आगे खड़ी दिखाई दे रही है.