
New Delhi. दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों ने देश की राजधानी में सियासी बदलाव की नयी परिभाषा गढ़ दी है। आज आये नतीजों में दिल्ली ने भाजपा को 48 सीटों के साथ प्रचंड बहुमत दिया है। भाजपा 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में लौटी है। अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी को 22 सीटे मिली है। जबकि कांग्रेस पार्टी का दिल्ली में खाता भी नहीं खुला। नयी दिल्ली सीट से भाजपा के प्रत्याशी प्रवेश वर्मा ने आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल को हरा दिया। आम आदमी पार्टी के बड़े नेताओ में शामिल मनीष सिसोदिया भी चुनाव हार गए, उन्हें भाजपा के तरविंदर सिंह से हार का सामना करना पड़ा। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी को 40 सीटों का सीधा नुकसान हुआ है।
कांग्रेस के 70 में से 68 प्रत्याशियों की जमानत जब्त, भाजपा ने चेहरा बदला और जीती
दिल्ली विधानसभा चुनाव में 70 सीटों पर चुनाव लड़ रही कांग्रेस पार्टी की सबसे खराब हालत रही। पार्टी के 70 में से 68 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गयी। हालांकि कांग्रेस को पिछले चुनाव से इस चुनाव में 2% वोट प्रतिशत का फायदा मिला, मगर जनता का मन जीतने में कांग्रेस नाकाम रही। उधर भाजपा ने इस चुनाव में रणनीतिक फेरबदल करते हुए अपने 46 प्रत्याशी बदल दिए। भाजपा ने इस बार कुल 68 उम्मीदवार उतारे। इसमें पिछले चुनाव वाले 46 प्रत्याशी बदले गए। इनमें एक विधायक भी शामिल हैं। यानी बीजेपी ने 67 प्रतिशत उम्मीदवार बदल दिए।
जनता का फैसला विनम्रता से स्वीकार करते है – अरविंद केजरीवाल
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की हार के बाद अरविंद केजरीवाल ने वीडियो संदेश जारी करते हुए कहा कि वे जनता के फैसले को पूरी विनम्रता के साथ स्वीकार करते है। उन्होंने कहा कि भाजपा को जनता ने जिस मकसद के लिए जनादेश दिया है, भाजपा उस मकसद को पूरा करे। केजरीवाल ने कहा कि पिछले दस सालो में दिल्ली में बहुत काम हुआ है। शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी, बिजली समेत कई क्षेत्रों में लोगो को राहत पहुंचाने की कोशिश की। इंफ्रास्ट्रक्चर में काफी काम हुआ है। हम एक सशक्त विपक्ष की भूमिका निभाएंगे। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वे राजनीति में सत्ता के लिए नहीं आये, जनता की सेवा के लिए आये है।
दिल्ली के सीएम बन सकते है प्रवेश वर्मा
नयी दिल्ली से अरविंद केजरीवाल को 4089 वोटो से हराने वाले भाजपा के प्रत्याशी प्रवेश वर्मा को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की कमान दी जा सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाली बैठक के बाद इस विषय में अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
अरविंद केजरीवाल सरकार शराब नीति के कारण गयी, मै समझाता रहा – अन्ना हजारे
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल की हार पर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे भी सामने आये। अन्ना हजारे ने कहा कि उन्होंने केजरीवाल को बहुत समझाया, लेकिन उन्होंने समाज के बारे में नहीं सोचा और राजनीति में चले गए। उन्होंने कहा, “मुझे उससे बहुत उम्मीद थी। मैंने उसे बहुत सारा प्यार दिया था, लेकिन वह रास्ता छोड़ गए। अन्ना हजारे ने कहा, “मैं लंबे समय से कहता रहा हूं कि चुनाव लड़ते समय उम्मीदवार का आचार विचार और चरित्र शुद्ध होना चाहिए, ये शराब में लिप्त रहे, इनकी छवि खराब रही, इस वजह से इन्हें कम वोट मिले हैं। अन्ना हजारे ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी (AAP) को शराब नीति और पैसे पर ध्यान केंद्रित करने के कारण दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा।