
रांची: हेमंत सोरेन सरकार का आज मंत्रिमंडल विस्तार हो गया. सियासी चर्चाओं के बीच 11 विधायकों ने आज नयी सरकार में मंत्री पद की शपथ ली. सियासी विश्लेषक इसे अबतक की सबसे मजबूत समीकरण वाली सरकार के तौर पर देख रहे है. हेमंत सोरेन के नए मंत्रिमंडल में समाज के हर वर्ग का ख्याल रखा गया है. वहीं, आदिवासी, दलित और अल्पसंख्यक समाज की भागीदारी पर ज्यादा जोर दिया गया है.
हेमंत सोरेन ने उस रिवाज को बदल दिया है, जिसमे जहां जिस समाज या क्षेत्र से ज्यादा सीटें आती है, उसी समाज या क्षेत्र को सरकार में ज्यादा हिस्सेदारी का फार्मूला चलता था. पलामू प्रमंडल में INDIA ब्लॉक को कम सीटों के बावजूद हेमंत सरकार में पांचों प्रमंडल की बराबर हिस्सेदारी सुनिश्चित की गयी है.
जिस घुसपैठ का तूफान खड़ा कर हेमंत विरोधी संथाल को जीतने का सपना देख रहे थे, उस संथाल को सरकार में कुछ अधिक हिस्सेदारी दी गयी है. अन्य पिछड़ा वर्ग का भी खास ख्याल रखा गया है. ऐसा कोई वर्ग नहीं है, जिसे नयी सरकार में भागीदारी ना दी गयी हो. हेमंत सोरेन की नयी सरकार में जहां अनुभवी चेहरों को जगह मिली है, वहीं युवा चेहरे भी देखने को मिल रहे है.
मंत्रिमंडल में झारखंड मुक्ति मोर्चा से 6, कांग्रेस से 4 और राजद से एक विधायक मंत्री बने हैं. झामुमो कोटे से चाईबासा से विधायक दीपक बिरुवा, घाटशिला से विधायक रामदास सोरेन, मधुपुर से विधायक हफीजुल हसन अंसारी, गिरिडीह से विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, गोमिया से विधायक योगेंद्र प्रसाद और बिशुनपुर से विधायक चमरा लिंडा ने मंत्री पद की शपथ ली.
कांग्रेस कोटे से जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी, महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह, छत्तरपुर विधायक राधाकृष्ण किशोर और मांडर से विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने मंत्री पद की शपथ ली. वहीं, राजद के कोटे से गोड्डा से विधायक संजय यादव ने मंत्री पद की शपथ ली.