भिंडी के साथ भूलकर भी ना खाये ये चीजें, शरीर पर हो सकती है सफेद दाग की समस्या

नयी दिल्ली: आयुर्वेद के अनुसार ऐसी बहुत से चीजें है, जिनको एक साथ मिलाकर नहीं खाना चाहिए. हर संस्कृति और सभ्यता में खाना बनाने के साथ कुछ खास तरह के मिश्रण का ख्याल रखा जाता है. ये देखा जाता है की किस चीज के साथ कौन सी चीज खाये और कौन सी चीज ना खाये. मगर आज के हमारे आधुनिक जमाने में हम इन बातो को नजरअंदाज कर देते है. आयुर्वेद भारत की बहुत ही प्राचीन चिकित्सा पद्धति है. आयुर्वेद के अनुसार हर खाद्य पदार्थ में अलग-अलग प्रकार के गुण होते है. और जब हम दो विपरीत गुणों वाले खाद्य पदार्थो को मिलाकर खाते है, तो इससे हमारे शरीर को स्किन एलर्जी, पाचन समेत कई तरह की बिमारियों का सामना करना पड़ता है. आज हम आपको बता रहे है भिंडी के बारे में. अगर भिंडी के साथ भूलकर भी इन चीजों को खाया गया, तो आपके शरीर में सफेद दाग, एलर्जी समेत बहुत सी समस्याएं हो सकती है. तो आइये वैज्ञानिक और आयुर्वेदिक नजरिये से जानते है कि ऐसी कौन-कौन सी चीजें है, जिन्हे भूलकर भी भिंडी के साथ नहीं खानी चाहिए..
1. दूध
दूध को कभी भी भिंडी के साथ नहीं लेना चाहिए. वैज्ञानिक नजरिये के अनुसार दोनों में ही कैल्शियम होता है. मगर भिंडी के अंदर ‘ऑक्सालेट्स’ भी होते है. और जब ऑक्सालेट्स कैल्शियम के साथ मिलते है, तो ये ऐसा समूह बना लेते है, जिन्हे हम ‘कैल्शियम ऑक्सालेट्स’ कहते है. जो शरीर में आसानी से अवशोषित नहीं हो पाते है और इसकी वजह से हमारे शरीर के अंदर स्टोन यानी पथरी की समस्या पैदा हो सकती है. किडनी में जो स्टोन पैदा होते है, उनमे सबसे आम फॉर्म कैल्शियम ऑक्सालेट्स ही है. आयुर्वेदिक नजरिये की बात करें तो भिंडी और दूध, दोनों ही कूलिंग प्रॉपर्टी रखते है. मगर भिंडी में एक चिपचिपा सा पदार्थ निकलता है, जो हमारे शरीर में कफ दोष को बढ़ाता है. आयुर्वेद में दूध को भिंडी के साथ लेने को ‘विरुद्ध आहार’ माना जाता है. इन दोनों को साथ लेने से शरीर में पाचन संबंधी समस्या भी हो सकती है.
2. चाय
लोगों को अक्सर आदत होती है, खाना खाने के बाद चाय पीने की. ऐसे तो कभी भी खाना खाने के बाद चाय नहीं पीनी चाहिए, मगर यदि आपने खाने में भिंडी खाया है, तो मामला और भी गंभीर हो जाता है. चाय के अंदर ‘टैनिन्स’ नाम का पदार्थ होता है. वैज्ञानिक दृष्टिकोण से टैनिन्स प्रोटीन और न्यूट्रिएंट्स के साथ रियेक्ट करते है, जिस वजह से ये आपस में बंध जाते है. और इनका अवशोषण कमजोर हो जाता है. जब आप भिंडी के साथ या इसके फौरन बाद चाय पीते है, तो टैनिन्स भिंडी के अंदर मौजूद प्रोटीन और बाकी पोषक तत्वों को बाइंड कर सकता है, जिससे भिंडी के अंदर मौजूद पोषक तत्वों का अवशोषण कम हो जाता है. और शरीर को संपूर्ण पोषक तत्व नहीं मिल पाता है. आयुर्वेद के अनुसार चाय में मौजूद टैनिन्स वात दोष को बढ़ा सकता है, और जब यह भिंडी के साथ मिलता है, तो ये कफ और वात, दोनों दोषो को असंतुलित कर सकता है. क्योंकि भिंडी में मौजूद तत्व शरीर में कफ दोष को बढ़ाते है. इसीलिए कभी भी भिंडी के साथ, पहले या बाद में चाय नहीं पीना चाहिए.
3. रेड मीट
अगर आप मांसाहारी है, तो भी आपको गलती से भी भिंडी के साथ नॉन वेज नहीं खाना चाहिए. मीट को शरीर में अवशोषित होने में अधिक समय लगता है, और जब यह भिंडी के साथ मिलता है, तो यह शरीर में कई गंभीर समस्याओं को जन्म दे सकता है. वैज्ञानिक नजरिये की बात करें तो मीट यानी मांस को पचने में अधिक समय लगता है, क्योंकि इसमें अधिक मात्रा में प्रोटीन और फैट होता है. दूसरी तरफ भिंडी में मौजूद तत्व भी पाचन को धीमा कर सकते है. जब रेड मीट और भिंडी को एक साथ लिया जाता है, तो ये शरीर में कई तरह की समस्याओं को जन्म दे सकता है. आयुर्वेदिक नजरिये की बात करे तो रेड मीट से शरीर में पित्त और कफ दोष बढ़ सकते है. भिंडी से पहले ही कफ दोष पैदा होता है, अगर इसे रेड मीट के साथ लिया जाता है, तो यह पित्त और कफ दोष को असंतुलित कर सकता है. इतना ही नहीं, रेड मीट के साथ भिंडी लेने पर पित्त, कफ के साथ-साथ वात दोष में भी असंतुलन आ जाता है. इससे लिथार्जिनेस, स्किन एलर्जी, थकान, भारीपन के साथ-साथ सफेद दाग होने की भी संभावना रहती है.
4. मूली
मूली को अक्सर लोग सलाद, भुजिया या सब्जी के तौर पर बना के खाना पसंद करते है. मगर भिंडी को मूली के साथ बिलकुल भी नहीं खाना चाहिए. वैज्ञानिक नजरिये की बात करे तो मूली के अंदर सल्फर युक्त कंपाउंड्स होते है, जो पेट में गैस बनाते है. और जब हम इसे भिंडी के साथ लेते है, तो ये हमारे शरीर में बहुत अधिक मात्रा में गैस बना सकता है. जिससे हमारे शरीर में पेट फूलना, पेट में दर्द होना, पाचन में दिक्कत जैसी समस्या भी हो सकती है. आयुर्वेदिक नजरिये की बात करें तो मूली शरीर में वात दोष को बढ़ाता है, और भिंडी के साथ मूली लेने पर शरीर में वात और कफ दोष में असंतुलन पैदा हो सकता है.
5. करेला
करेला अपने कड़वेपन के लिए जाना जाता है. करेले के अंदर कूलिंग प्रॉपर्टी के साथ-साथ एंटी डाईबेटिक प्रॉपर्टी भी होती है. जब इसे भिंडी के साथ खाया जाता है, तो इसका कूलिंग प्रभाव और भी ज्यादा बढ़ जाता है. जिस वजह से शरीर में कफ दोष असामान्य तौर से बढ़ सकता है. इस कफ दोष की वजह से हमारे शरीर में कमजोरी, भारीपन और एलर्जी की समस्या भी हो सकती है. वैज्ञानिक नजरिये की बात करें तो भिंडी और करेले को साथ लेने से पाचन संबंधी दिक्कतें हो सकती है, इसीलिए इन दोनों को कभी साथ में नहीं खाना चाहिए.