विश्वस्तरीय गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए अब नहीं जाना पड़ेगा बाहर, कल रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करेंगे 2.75 एकड़ में बन रहे अत्याधुनिक अपोलो अस्पताल का शिलान्यास
अपोलो अस्पताल विश्व भर में अपने नवाचार स्वास्थ्य उपलब्धियों और गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए जाना जाता है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के व्यक्तिगत प्रयास से अपोलो को लाने का सपना हुआ साकार।

रांची. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन लगातार राज्य में विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं बहाल करने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए वे ना केवल सरकारी बल्कि व्यक्तिगत स्तर पर भी प्रयास कर रहे है। झारखंड में अत्याधुनिक अस्पतालों, लैब्स खोलने और मौजूदा अस्पतालों की आधारभूत संरचना में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए सीएम हेमंत सोरेन ने जो सपना देखा है, अब वह साकार हो रहा है। मुख्यमंत्री ने हाल ही एमजीएम अस्पताल के नवनिर्मित अत्याधुनिक भवन और ओपीडी का उद्घाटन किया था। अब रांची को कल विश्वस्तरीय अपोलो अस्पताल की सौगात मिलने जा रही है। यह अस्पताल धुर्वा स्थित रांची स्मार्ट सिटी क्षेत्र में होगा, अस्पताल का निर्माण 2.75 एकड़ जमीन पर हो रहा है। जो राज्य सरकार ने अपोलो को निःशुल्क उपलब्ध कराया है।
इस अत्याधुनिक अस्पताल में हृदय विज्ञान सहित 50 से ज्यादा विशिष्टताएं उपलब्ध होगी। गैस्ट्रोसाइंसेज, न्यूरो साइंसेज, रीनल साइंसेज, ऑर्थोपेडिक्स एंड ज्वाइंट रिप्लेसमेंट, आंकोलॉजी, आपातकालीन और आघात से बचाव के लिए हमेशा विशेषज्ञ और उपकरण उपलब्ध रहेंगे। इस अस्पताल में अत्याधुनिक कैथ लैब्स, एमआरआई, ऑपरेशन थिएटर, आईसीयू, सिटी स्कैन, पीएफटी, जो उन्नत देखभाल के लिए जरुरी होता है, वो सबकुछ रहेगा। अस्पताल 310 बेड का होगा। इस अस्पताल में प्रसिद्द ह्रदय देखभाल, अत्याधुनिक कैंसर उपचार, दयालु मातृ स्वास्थ्य, विशेष बाल चिकित्सा समेत अन्य कई सुविधाएं मिलेंगी।
अपोलो क्यों है ख़ास : अपोलो अस्पताल विश्व भर में अपने नवाचार स्वास्थ्य उपलब्धियों और गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए जाना जाता है। अबतक झारखंड के लोग इस अस्पताल में इलाज कराने के लिए चेन्नई, दिल्ली और मुंबई जाते थे। मगर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेक इरादों से अपोलो जैसा विश्वस्तरीय अस्पताल अब रांची में भी अपनी सेवाएं जल्द देना शुरू करेगा। यह राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए बड़ी उपलब्धि होगी।