
रांची. विधानसभा चुनाव में अभी कुछ ही समय बाकी रह गया है, मगर जयराम महतो की पार्टी जेकेएलएम में भूचाल मचा है। झारखंडी हितो की लड़ाई लड़ने का दावा करने वाली जेकेएलएम के अंदर नेता अपना अपना हित साधने में लगे है। आलम ये है कि जयराम महतो के जेकेएलएम के नेता अब पार्टी से टूटकर अपनी अलग पार्टी बना रहे है। जेकेएलएम के प्रमुख नेता रहे संजय मेहता अब पार्टी से अलग हो गए है। संजय मेहता ने जयराम का साथ छोड़कर अपनी ‘झारखण्ड बचाओ क्रांति सेना समिति’ बना ली है। संजय मेहता ने रांची में प्रेस कांफ्रेंस कर अपनी पार्टी की जानकारी दी। इसके साथ ही संजय मेहता ने साफ किया कि वो कभी चुनाव नहीं लड़ेंगे। मगर वो ऐसे नौजवानो को राजनीति में आने का अवसर देंगे जो शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षा लेकर राज्य की सेवा करना चाहते है।
संगठन का नाम भी ‘JBKSS’ रखा : संजय मेहता ने अपनी पार्टी का नाम भी जेबीकेएसएस रखा है। इसपर सवाल पूछे जाने पर संजय मेहता ने कहा कि हमसब झारखण्ड बचाने के लिए ही क्रांति कर रहे थे, मगर हमारी सेना डीरेल हो गयी। उन्होंने कहा कि झारखंड बचाओ क्रांति सेना समिति एक पंजीकृत संस्था है। पूर्व की जेबीकेएसएस एक गैर पंजीकृत संस्था थी। झारखंड को नीतियों के सहारे ही समाधान दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जयराम का जेबीकेएसएस अब एक सिंडिकेट में बदल गया है।
जयराम ने रद्द की तीन सभाएं : अपनी पार्टी बिखरने के बाद जयराम महतो ने रांची के अनगड़ा, चतरा के इटखोरी और रांची के मांडर में होने वाले अपनी जनसभाओं को स्थगित कर दिया। हालांकि जयराम महतो ने सभाओ के स्थगन के पीछे बारिश को कारण बताया है। जयराम महतो 17/18 और 19 सितंबर को इन तीनो स्थानों पर सभा करने वाले थे। मगर उससे पहले ही संजय मेहता ने पार्टी से अलग होकर जयराम की जेकेएलएम को बड़ा झटका दे दिया है।