सीएम आवास घेराव करने निकले सहायक पुलिसकर्मियो पर लाठीचार्ज, सहायक पुलिसकर्मियो पर विधि व्यवस्था में तैनात पुलिसबल पर पथराव और मारपीट का आरोप
पुलिस मुख्यालय से लौटने के बाद सहायक पुलिसकर्मियों ने सरकार के द्वारा दिए गए आश्वासन को मानने से ही इनकार कर दिया और बिना किसी सूचना के सीएम आवास घेरने के लिए कूच कर गए।

रांची. अपनी मांगो को लेकर पिछले 17 दिनों से रांची के मोरहाबादी में आंदोलन कर रहे सहायक पुलिसकर्मियो के प्रतिनिधियों ने आज सुबह पुलिस मुख्यालय में एडीजी और डीजीपी की अध्यक्षता में हुई सकारात्मक बैठक के बाद आंदोलन खत्म करने की सहमति दे दी थी। मगर आंदोलनस्थल पर पहुंचते ही पुलिसकर्मियो ने सरकार के द्वारा दिए गए आश्वासनों को मानने से इंकार कर दिया और सीएम आवास घेराव करने के लिए कूच कर गए। सहायक पुलिसकर्मियो ने बैरिकेडिंग और पुलिस गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए। विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए प्रशासन को लाठीचार्ज करना पड़ा। आरोप है कि सहायक पुलिसकर्मियो के पास हथियार भी थे और उन्होंने जवाब में विधि व्यवस्था संधारण में लगे पुलिस बल के जवानो पर पथराव और लाठीचार्ज कर दिया। इस संघर्ष में दोनों ओर से पुलिस के जवान घायल हुए है।
पुलिसकर्मियो को किसने भड़काया ?
आज सुबह सरकार के द्वारा सहायक पुलिसकर्मियो के प्रतिनिधिमंडल को डीजीपी और एडीजी हेड क्वार्टर आरके मलिक के साथ वार्ता के लिए बुलाया गया था। वार्ता में सहायक पुलिसकर्मियों को सरकार के द्वारा अनुबंध बनाए जाने पर बहाली में आरक्षण और वेतन वृद्धि का प्रस्ताव दिया गया था। साथ ही उनकी मांगे शीघ्र मान लेने का आश्वासन भी दिया गया था। लेकिन पुलिस मुख्यालय से लौटने के बाद सहायक पुलिसकर्मियों ने सरकार के द्वारा दिए गए आश्वासन को मानने से ही इनकार कर दिया और बिना किसी सूचना के सीएम आवास घेरने के लिए कूच कर गए। ऐसे में सवाल है कि शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे सहायक पुलिसकर्मियो को किसने भड़काया ? सकारात्मक वार्ता कर लौटे सहायक पुलिसकर्मियो को सीएम आवास कूच करने के लिए किसने उकसाया ?
विधि व्यवस्था में लगे जवानो को सहायक पुलिसकर्मियो ने बनाया निशाना
आये थे हक लेने, अब दर्ज होगा एफआईआर
सहायक पुलिसकर्मी अपनी लंबित मांगो को मनवाने के लिए पिछले 17 दिनों से रांची में डेरा डाले हुए थे। सहायक पुलिसकर्मियो का आंदोलन शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा था। सरकार ने इनके सभी आवश्यक मांगो को मानने का आश्वासन दे दिया था। मगर आज हंगामा करने के बाद साहयक पुलिसकर्मियो का आंदोलन कठघरे में खड़ा हो गया है। हक मांगने आये सहायक पुलिसकर्मियो पर अब हिंसा भड़काने का मामला दर्ज होगा।