
रांची. पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने फिर तीन दिन के रिमांड पे लिया है. उन्हें प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने आज पीएमएलए की विशेष अदालत में पेश कर चार दिन के रिमांड की मांग की, लेकिन स्पेशल कोर्ट ने तीन दिन के रिमांड की स्वीकृति दी. पिछले दस दिनों से ईडी की टीम हेमंत सोरेन से पूछताछ कर रही है. गिरफ्तारी के बाद पहली बार ईडी को पांच दिन का रिमांड मिला था. दूसरी बार भी पांच दिन का रिमांड मिला था. आज तीन दिन का रिमांड मिला है. नियम के हिसाब से ज्यादा से ज्यादा 14 दिन तक रिमांड पर पूछताछ हो सकती है.
खास बात है कि लैंड स्कैम मामले में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन से एयरपोर्ट रोड स्थित ईडी के रिजनल ऑफिस में ही पूछताछ हो रही है. हेमंत सोरेन के रहने की पूरी व्यवस्था ईडी ऑफिस में ही की गई है. आज जब ईडी की टीम हेमंत सोरेन को लेकर पीएमएलए कोर्ट पहुंची तो वे सफेद कुर्ता और कंधे पर जनजातीय समाज का पारंपरिक गमछा रखे हुए थे. हेमंत सोरेन ने कोर्ट परिसर में मौजूद समर्थकों का हाथ जोड़कर अभिवादन भी किया.
आपको बता दें कि हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद ईडी की कार्रवाई लगातार जारी है. उनके दिल्ली स्थित आवास से बरामद लग्जरी कार मामले में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू से भी पूछताछ हो चुकी है. लेकिन हेमंत सोरेन को रिमांड पर लेने के लिए ईडी ने जो तथ्य पेश किए हैं, उसकी खूब चर्चा हो रही है.
दरअसल, ईडी का दावा है कि हेमंत सोरेन के बेहद करीबी और खास कहे जाने वाले विनोद कुमार सिंह ट्रांसफर पोस्टिंग का धंधा संभालते थे. जेएसएससी परीक्षा की आड़ में सरकारी नौकरी के लिए भी एडमिट कार्ड की जानकारी उनके मोबाइल से मिली है. लैंड स्कैम मामले में ईडी की टीम बड़गांई अंचल के कर्मचारी रहे भानु प्रताप प्रसाद को उस प्लॉट पर ले जाकर पूछताछ कर चुकी है, जिसे हेमंत सोरेन का बताया जा रहा है.