
रांची. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी के 8वें समन का जवाब भेजा है। सोमवार दोपहर लेटर लेकर मुख्यमंत्री सचिवालय से एक कर्मचारी ईडी दफ्तर पहुंचा था। हेमंत सोरेन ने ईडी को बयान लेने के लिए 20 जनवरी को सीएम हाउस बुलाया है।
बता दें कि शनिवार को ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आठवां समन भेजा था। ईडी ने इस पत्र में हेमंत सोरेन से अब तक पूछताछ के लिए नहीं आने का कारण पूछा था। हेमंत सोरेन से इस मामले में जवाब देने के लिए 16 से 20 जनवरी तक का समय दिया गया था। ईडी ने कहा था 16 से 20 जनवरी तक या तो खुद आएं या ईडी को उनके पास आना पड़ेगा।
अब समय से पहले ही सीएम ने चिट्ठी भेज दी है, हालांकि हेमंत सोरेन खुद दी गई समय अवधि के दौरान उपस्थिति होंगे या नहीं इसे लेकर अब भी संशय है।
पेश नहीं हुए सीएम सोरेन, ईडी पर लगाए आरोप:
इससे पहले, ईडी ने 29 दिसंबर को सातवां समन जारी किया था। जिसमें ईडी ने हेमंत सोरेन को कहा था कि आपको पीएमएलए की धारा 50 के तहत बयान दर्ज कराने का आखिरी मौका दिया जा रहा है। आप खुद तिथि, समय और जगह तय कर के बताएं। ईडी के अधिकारी वही आकर पूछताछ करेंगे। इस समन के जवाब के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को दो दिन में कार्यालय में लिखित जानकारी देने को कहा गया था।
सीएम ने मीडिया ट्रायल का लगाया था आरोप:
इस समन के विरोध में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी को पत्र भेजा था। उन्होंने समन को गैरकानूनी बताया। साथ ही ईडी पर मीडिया ट्रायल कराने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि उन्हें समन मिलने से पहले मीडिया में समन की बातें चली जाती हैं। ऐसा उनकी छवि को धूमिल करने व सरकार को अस्थिर करने के लिए किया जा रहा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भले ही समन के बाद ईडी के समक्ष पेश ना हुए हों, लेकिन समय-समय पर चिट्ठी भेजकर ईडी की कार्य शैली पर सवाल उठाते रहे हैं।
जमीन घोटाले में पूछताछ करना चाहती एजेंसी:
जमीन घोटाले से जुड़े मामले में ईडी सीएम से सवाल-जवाब करना चाहती है। ईडी ने अपने 7वें समन में कहा था कि बड़गाईं अंचल के उपनिरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के घर से छापेमारी में जमीन से जुड़े कई अहम दस्तावेज मिले थे। इसी मामले में आपकी संपत्ति का भी विवरण प्राप्त करना है, इसलिए पूछताछ जरूरी है। क्योंकि, यह सरकारी दस्तावेजों से छेड़छाड़ का मामला है।