HeadlinesJharkhandRanchi

कल सोशल मीडिया में चलेगा ‘सीटी बजाओ’ महाअभियान, सरकारी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग की अच्छी पहल

रांची. झारखंड के सरकारी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए 11 जनवरी को ‘सीटी बजाओ-स्कूल बुलाओ’ महाअभियान चलाया जायेगा. राज्य भर के स्कूली बच्चे सुबह 8:30 बजे से 9:30 बजे के बीच अपने-अपने घरों से सीटी बजाते हुए निकलेंगे. जो बच्चे स्कूल नहीं जा रहे है, उन्हें अपने साथ स्कूल लेकर जायेंगे. बच्चों की सीटी बजाती हुई तस्वीरों-वीडियो को सोशल मीडिया में टैग किया जायेगा.

इस सोशल मीडिया महाअभियान में डीईओ, डीएसी, एईओ, एसडीओ, बीईईओ, बीआरपी-सीआरपी, शिक्षक, अभिभावक और विद्यार्थी भाग लेंगे. समाज के प्रबुद्धजन, मुखिया, स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्य, नागरिकों और जनप्रतिनिधियों को भी अभियान में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा. सरस्वती वाहिनी के सदस्य व माता समिति के सदस्य भी इसमें भाग लेंगी. सोशल मीडिया महाअभियान की सफलता के लिए जिला, प्रखंड और संकुल स्तर पर नोडल पदाधिकारियों की नियुक्ति की गयी है. जिलास्तर पर एडीपीओ, प्रखंड स्तर पर बीपीओ और संकुल स्तर पर सीआरपी को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है. इस कार्यक्रम को प्रयास, एसएमसी, रुआर और पीटीएम से भी जोड़ा जायेगा.


विद्यालयों में पर्याप्त संख्या में सीटी रखने का निर्देश:

सीटी बजाओ-स्कूल बुलाओ महाअभियान को देखते हुए स्कूलों को पर्याप्त सीटी रखने का निर्देश दिया गया है. शिक्षा सचिव के. रवि कुमार ने सभी जिला पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर पर्याप्त संख्या में सीटी मौजूद रखने का निर्देश दिया है. जिन स्कूलों ने अबतक सीटी नहीं खरीदी है, उन्हें तत्काल इसकी खरीदारी कर लेने का निर्देश दिया गया है. सभी जिलों को प्रखंड स्तर तक हर स्कूल में पूरी तैयारी रखने का निर्देश दिया गया है.


सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने पर दिया गया जोर:

झारखंड शिक्षा परियोजना की राज्य परियोजना निदेशक किरण पासी ने सभी जिलों को स्पष्ट किया है कि इस सोशल मीडिया महाअभियान के लिए सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल करें. सिर्फ ट्विटर (अब एक्स) पर ही नहीं, बल्कि फेसबुक, इंस्टाग्राम, कू एप का भी पूरा इस्तेमाल सुनिश्चित करें. सभी माध्यमों में सीटी बजाओ अभियान की तस्वीरें-वीडियो पोस्ट करें.


अभियान का ये है उद्देश्य:

अभियान के दौरान हॉउस के कैप्टन और क्लास मॉनिटर सीटी बजाते हुए गांव, कस्बो, टोलों के बच्चों को स्कूल चलने के लिए प्रेरित करते है. सीटी बजते ही बच्चे स्कूल जाने को तैयार हो जाते है. अभियान से बच्चों के अभिभावक भी जागरूक हो रहे है. पहले बच्चों द्वारा बहाना बनाया जाता था. अब माता-पिता खुद सीटी बजते ही अपने बच्चों को समय पर तैयार कर स्कूल भेजते है.

सिमडेगा जिले से शुरू हुआ था अभियान:

अभियान को सिमडेगा जिलें में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया था. जिलें में इसके सकारात्मक परिणाम को देखते हुए अब इसे पूरे राज्य में लागू करने का फैसला किया गया है.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button