
नयी दिल्ली/रांची. संसद से 146 विपक्षी सांसदों के निलंबन के खिलाफ शुक्रवार को I.N.D.I.A के नेता दिल्ली के जंतर-मंतर पर जुटे। प्रदर्शन का नाम ‘सेव डेमोक्रेसी प्रोटेस्ट’ (लोकतंत्र बचाओ प्रदर्शन) दिया गया। प्रदर्शन में लेफ्ट पार्टियां, डीएमके, एनसीपी (शरद पवार गुट), समाजवादी पार्टी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, तृणमूल कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रिय जनता दल समेत अन्य दल शामिल थे। झारखंड की राजधानी रांची में भी I.N.D.I.A दलों की ओर से मामले में जोरदार प्रदर्शन किया गया।
जंतर-मंतर पर प्रदर्शन के दौरान राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर दिखे। संसद में सुरक्षा चूक पर राहुल गांधी ने कहा कि जो लोग खुद के देशभक्त होने का दावा करते हैं, उनकी हवा निकल गई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मोदी-शाह ने संविधान, लोकतंत्र को खत्म करने का प्लान बनाया है।
राहुल बोले- जो लोग संसद में घुसे, वो अंदर कैसे आए?
राहुल ने कहा, ‘कुछ दिन पहले संसद भवन में दो-तीन युवा कूदकर अंदर आ गए। उन्हें कूदते हुए हम सबने देखा। वे अंदर आए, उन्होंने थोड़ा धुआं फैलाया, भाजपा के सभी सांसद भाग गए… जो अपने आप को देश भक्त कहते हैं उनकी हवा निकल गई थी।’
उन्होंने कहा, ‘मैंने किसी से कहा कि देश में कहीं भी एक छोटा सा सर्वे करो कि देश के युवा मोबाइल (इंस्टाग्राम, फेसबुक, ट्विटर) पर कितना समय बिताते हैं। जवाब मिला- साढ़े सात घंटे। नरेंद्र मोदी की सरकार में देश का युवा साढ़े सात घंटे मोबाइल पर रहता है, क्योंकि उसके पास रोजगार नहीं है। ये हिंदुस्तान की सच्चे हालत है। इसी के चलते वो युवा संसद में कूदकर आए।’
‘मीडिया में ये बात नहीं आई कि देश में बेरोजगारी है। मीडिया ने कहा कि पार्लियामेंट के बाहर सांसद लोग बैठे थे, वहां पर राहुल गांधी ने वीडियो ले लिया। मतलब इन्होंने ये नहीं कहा कि 150 सांसदों को पार्लियामेंट के बाहर कर दिया, ये सवाल मीडिया ने नहीं उठाया कि क्यों किया, कैसे किया। हमने अमित शाह से सवाल पूछा- भैया, आप होम मिनिस्टर हो, ये दो युवा जंप करके कैसे आ गए, बेरोजगारी पर दो सवाल पूछे तो 150 लोगों को उठाकर बाहर कर दिया। ये सिर्फ 150 लोग नहीं है, ये हिंदुस्तान की जनता की आवाज हैं।’
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बोले- मोदी सरकार ने संविधान और लोकतंत्र खत्म करने का प्लान बनाया है:
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। श्री खड़गे ने कहा कि ‘ये I.N.D.I.A क्यों बना? मोदी-शाह ने संविधान, लोकतंत्र को खत्म करने का प्लान बनाया है। सस्पेंड हुए सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास प्रदर्शन किया। देश के एक उच्च पद बैठे व्यक्ति कहते हैं कि जाति के चलते उनका अपमान हुआ। वो ये बात कैसे कर सकते हैं। जब देश में बलात्कार होता है, दलितों को कुचला जाता है, संविधान की धज्जियां उड़ाई जाती हैं, हम नोटिस देते हैं तो कुछ नहीं होता।’
खड़ने ने आगे कहा कि ‘क्या मुझे ये कहना चाहिए कि दलित होने के चलते मुझे बोलने का मौका नहीं मिला। आपने सभी विपक्षी सांसदों को बाहर कर दिया और तीन क्रिमिनल बिल पास कर दिए। इन कानूनों से नागरिकों को परेशानी होने वाली है। आप CBI, ED, इनकम टैक्स से कितना डराते हो। आप दबाने की कोशिश करते हो, हम उठकर खड़े हो जाते हैं। जब सब एक होते हैं तो अकेला मोदी कुछ नहीं कर सकता। मोदी जी को इतना घमंड है कि हम 400 सीट जीतेंगे। आप इतने पॉपुलर तो नहीं हैं। कर्नाटक-तेलंगाना-हिमाचल में गली-गली घूमे, लेकिन हारकर आए।’
सुरजेवाला ने कहा- मोदी विपक्ष रहित सदन चाहते हैं, हुसैन ने कहा- सरकार निरंकुश है:
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि मोदी विपक्ष रहित सदन चाहते हैं, लेकिन हम लड़ते रहेंगे। संसद में जो लोग घुसे थे, उन्होंने रंगीन धुआं उड़ाया था, अगर यह कुछ और होता तो देश की स्थिति कुछ और होती। प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे दिग्विजय सिंह ने कहा- हम सदन में सिर्फ गृह मंत्री के बयान की मांग कर रहे थे। इस पर कई सांसदों को सस्पेंड कर दिया।
कांग्रेस सांसद सैयद नसीर हुसैन ने कहा कि संसद निर्णय लेने वाली सबसे बड़ी संस्था है। 700 से ज्यादा सांसद सीधे या अप्रत्यक्ष तरीके से चुनकर आते हैं। सरकार को सांसदों को सस्पेंड करने और इसके बाद सदन चलाने का अथिकार नहीं है। सरकार पूरी तरह से निरंकुश और अलोकतांत्रिक हो गई है।
शीतकालीन सत्र में 146 सांसद निलंबित हुए:
बता दें कि संसद सुरक्षा चूक पर विपक्षी सांसद PM मोदी और अमित शाह से बयान देने की मांग रहे थे। हंगामे के चलते 14 से 21 दिसंबर तक लोकसभा और राज्यसभा से 146 सांसद सस्पेंड हुए। इसमें सबसे ज्यादा कांग्रेस के 61 सांसद (लोकसभा से 44, राज्यसभा से 17) हैं।
सोमवार, यानी 18 दिसंबर को कुल 78 सांसदों (लोकसभा-33, राज्यसभा-45) को निलंबित किया गया था। आजादी के बाद पहली बार एक ही दिन में इतने सांसद निलंबित किए गए हैं। पिछले हफ्ते भी 14 सांसदों को निलंबित किया गया था।