
सीधी: मध्यप्रदेश के सीधी जिले का एक वीडियो बीते दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। इसमें बीजेपी कार्यकर्ता एक आदिवासी समाज के व्यक्ति के ऊपर पेशाब करता दिखाई दे रहा था। वीडियो वायरल होने के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना पर दुःख व्यक्त किया। मामले में आरोपी प्रवेश शुक्ला की गिरफ्तारी भी की गयी। साथ ही मध्यप्रदेश सरकार ने आरोपी प्रवेश शुक्ला के घर पर बुलडोजर चलाकर उसे ध्वस्त कर दिया।
पेशाब कांड में आरोपी प्रवेश शुक्ला के मकान पर बुलडोजर चलाने का अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज ने विरोध किया है। अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज ने आरोपी प्रवेश शुक्ला का घर दोबारा बनवाने का ऐलान किया है। विंध्य के ब्राह्मण इसे समाज का अपमान बताकर लामबंद हो रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया है कि पेशाब कांड के आरोपी प्रवेश शुक्ला के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत किस आधार पर कार्रवाई हुई?
बीते 10 जुलाई को अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा ने सीधी में सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन किया। ये आंदोलन सीधी पेशाब कांड के आरोपी प्रवेश शुक्ला के परिवार के समर्थन में हुआ। विंध्य समेत प्रदेश के सभी ब्राह्मण सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं।
उनका कहना है कि सरकार आरोपी के ऊपर से रासुका की धारा हटवाए। आरोपी के घर पर बुलडोजर की जो कार्रवाई हुई है, निर्दोष परिवार को जो बेघर किया गया है, उनको दोबारा घर बनवाने के लिए 10 लाख की मदद दी जाए। नहीं तो चुनाव में हम खुद के प्रत्याशी उतारेंगे। सरकार का पतन निश्चित है। पिछले चुनाव में ‘माई के लाल’ की वजह से सरकार गई थी। अब इस कार्रवाई की वजह से जाएगी।
प्रवेश ने ऐसा कोई कुकृत्य नहीं किया है कि रासुका लगे:
अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष कुलदीप भारद्वाज ने कहा, एक व्यक्ति, जिसे बेवजह आरोपी बनाया गया, NSA की धारा लगाई गई। ये वीडियो साल, दो साल, तीन साल, जितना भी पुराना हो। इसके बाद की अवधि में व्यक्ति ने ऐसा कोई कुकृत्य नहीं किया, जिससे राष्ट्र की सुरक्षा को खतरा हो। उसको आरोपी बना दिया, कोई बात नहीं, लेकिन वो अपराधी नहीं है।
हमने डीएम को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में हमने 2 मांगें रखी हैं- पहली आरोपी के ऊपर से रासुका की धारा हटाई जाए। दूसरी मध्यप्रदेश सरकार ने जो आरोपी के निर्दोष परिवार के घर पर बुलडोजर चलाया है, उसको दोबारा बनाने के लिए 10 लाख की राशि दी जाए। जिस आदिवासी को पीड़ित बताया जा रहा है, उसके घर में एक फावड़ा भी नहीं रखा गया, उसको तो सरकार ने साढ़े 6 लाख रुपए दिए हैं।