
रांची. झारखंड को साढ़े तीन साल बाद आखिरकार नेता प्रतिपक्ष मिल ही गया. बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री अमर बाउरी को झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का दर्जा दे दिया गया है. विधानसभा सचिवालय ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है. विधानसभा के प्रभारी सचिव सैयद जावेद हैदर की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार उन्हें 16 अक्टूबर की तिथि से ही नेता प्रतिपक्ष का दर्जा दिया गया है. इसके अलावा विधानसभा सचिवालय की ओर से मांडू से भाजपा विधायक जेपी भाई पटेल को सचेतक बनाये जाने संबंधी अधिसूचना भी जारी कर दी गयी है. विधानसभा के स्तर से नेता प्रतिपक्ष के मामले में जारी नोटिफिकेशन राज्य सरकार को भेज दिया गया है. अब कैबिनेट से नेता प्रतिपक्ष को सुविधाओं समेत अन्य मामलों पर जरुरी औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी. इसके बाद यह सब प्रोटोकॉल में आ जायेगा. बता दें कि इस संबंध में भाजपा की ओर से सोमवार 16 अक्टूबर को ही विधानसभा को पत्र भेजकर नेता प्रतिपक्ष का दर्जा दिए जाने की मांग की गयी थी.
साढ़े तीन साल बाद मिला नेता प्रतिपक्ष:
2019 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद से ही राज्य में नेता प्रतिपक्ष का पद खाली था. मुख्य विपक्षी दल भाजपा की ओर से चुनाव के बाद तुरंत इस पद के लिए किसी नाम का चयन नहीं किया गया था. बाद में बाबूलाल मरांडी के भाजपा में शामिल होने के बाद मई 2020 में उन्हें भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया था. लेकिन उनके खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष के न्यायाधिकरण में दलबदल का मामला लंबित रहने के कारण अबतक उन्हें नेता प्रतिपक्ष के रूप में मान्यता नहीं दी गयी थी.