
रांची. राजधानी रांची में एक बार फिर अपराधियों ने एक जमीन कारोबारी पर ताबड़तोड़ फायरिंग की है. कांके ब्लॉक चौक के पास रहने वाले जमीन कारोबारी अवधेश यादव को अपराधियों ने दिनदहाड़े सात गोली मारी और फरार हो गए. गंभीर अवस्था में अवधेश यादव को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अवधेश यादव पर फायरिंग का आरोप उसके ही एक पूर्व पार्टनर पर लग रहा है. इस पूरी वारदात को दो अपराधियों ने मिलकर अंजाम दिया है. मिली जानकारी के अनुसार अवधेश यादव अपने एक दोस्त के साथ जमीन विवाद के एक मामले को सुलझाने निकले थे. जैसे ही वो कांके ब्लॉक चौक के पास पहुंचे, पहले से ही घात लगाए बैठे अपराधियों ने उनपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. अपराधियों ने एक-एक कर कुल 7 गोली अवधेश यादव को मारी और मौके से फरार हो गए.
हाथ मलती रह गयी पुलिस, अपराधी हो गए फरार:
राजधानी के भीड़-भाड़ वाले इलाके में फायरिंग की घटना को अंजाम देकर अपराधियों ने रांची पुलिस को खुली चुनौती दी है. अपराधी घटना को अंजाम देकर फरार भी हो गए और रांची पुलिस शहर भर में एंटी क्राइम चेकिंग अभियान के नाम पर बाइक चेक करती रह गयी. अपराध कंट्रोल करने के नाम पर रांची पुलिस ने राजधानी का नाईट बाजार लगभग बंद करा दिया है. एक भी दुकानदार रात 10 बजे के बाद रांची में व्यापार नहीं कर पा रहा है. गश्त और चौकसी बढ़ाने के बजाय रांची पुलिस अड्डेबाजी के नाम पर गरीब फुटपाथ दुकानदारों की रोजी-रोटी छीनने में लगी है. बावजूद इसके रांची में अपराध कंट्रोल नहीं हो रहा है. जबकि जमीन कारोबार में अपराध को लेकर ना सिर्फ झारखंड हाईकोर्ट, बल्कि राज्य के पुलिस कप्तान ने भी चिंता जताई है. हद तो तब हो जाती है, जब वारदात के एक दिन पहले ही रांची के एसएसपी शहर में बाइक से कथित तौर पर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने निकलते है. और इसके एक दिन बाद ही दिन शहर के भीड़-भाड़ वाले इलाके में अपराधी वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते है.
जमीन को लेकर था विवाद:
मिली जानकारी के अनुसार रांची के जगत पुरम कॉलोनी के जमीन को लेकर अवधेश यादव का कुछ लोगों से विवाद चल रहा था. आशंका जताई जा रही है कि इसी विवाद की वजह से अवधेश यादव पर अपराधियों ने हमला किया. फिलहाल अवधेश यादव का इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा है. अवधेश की हालत गंभीर बनी हुई है. डॉक्टरों ने ऑपरेशन द्वारा अबतक शरीर से 5 गोलियां निकाल ली है.