
बोकारो/गिरिडीह/रांची. डुमरी विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में इस बार वोट प्रतिशत 2019 के विधानसभा चुनाव के मुक़ाबले कम रहा. 2019 में 69.74% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया, तो वहीं आज हुए उपचुनाव में 64.84% लोग ही मतदान के लिए निकले. इससे पहले डुमरी में 2009 के विधानसभा चुनाव में सबसे कम मतदान हुआ था. तब मात्र 49% लोगो ने ही वोट डाला था. 2014 के विधानसभा चुनाव में यहां वोट प्रतिशत रिकॉर्ड 70.71% था. जबकि 2019 में ये कम होकर 69.75% हो गया. आज हुए उपचुनाव में मतदान प्रतिशत उससे भी कम रहा. मगर स्थित 2009 के विधानसभा चुनाव जैसी नहीं थी. 373 बूथों में 2 लाख 98 हज़ार मतदाताओं ने वोट डाला और प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद कर दी. आठ सितंबर को डुमरी उपचुनाव के नतीजे आएंगे. जिसके बाद ये साफ़ हो जाएगा कि डुमरी की डोर कौन थामेगा.
क्यों कम हुआ मतदान: मतदान कम होने के पीछे विशेषज्ञ बारिश को बड़ी वजह मानते है. नक्सल प्रभावित इलाका होने के बावजूद मतदाताओं में जोश जोरदार था. मगर दिन चढ़ते के साथ ही बारिश ने माहौल को धो दिया. बावजूद इसके कई लोग छाता लेकर कतारों में खड़े दिखे, जिसने लोकतंत्र की खूबसूरती को और बढ़ा दिया.