
रांची. राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की घोषणा को ताक पर रखकर सहायक पुलिसकर्मियो की सेवा समाप्ति का आदेश जारी किया जा रहा है. सिमडेगा, गुमला, लोहरदगा और दुमका में सहायक पुलिसकर्मियो की सेवा समाप्त कर उन्हें पद से मुक्त कर दिया गया है. जबकि गढ़वा में सेवा मुक्ति का पत्र जारी कर दिया गया है. इस बाबत जब सहायक पुलिसकर्मियो के प्रतिनिधिमंडल ने पेयजल आपूर्ति मंत्री मिथिलेश ठाकुर से मुलाकात की तब मंत्री जी ने कोई भी कदम उठाने में अपनी असमर्थता जाहिर कर दी. सहायक पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष विवेकानंद गुप्ता ने बताया कि उनकी मुलाकात इस मामले को लेकर मंत्री मिथिलेश ठाकुर से हुई थी. मिथिलेश ठाकुर से वार्ता में यह बात सामने आया कि अवधि विस्तार को लेकर अबतक किसी विभाग को या मंत्री, पदाधिकारी को कोई पत्र जारी नहीं किया गया है. इसीलिए वे कुछ नहीं कर सकते. अब राज्य के 2500 सहायक पुलिसकर्मियो ने सरकार से अपनी नौकरी बचाने की गुहार लगाई है.
आपको बता दे कि 18 अगस्त को कोल्हान में प्रमंडलीय रोजगार मेले के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंच से राज्य के 2500 सहायक पुलिस कर्मियों की सेवा अवधी को दो वर्षो का विस्तार देने की घोषणा की थी. मगर अबतक ना तो किसी विभाग को या किसी संबंधित पदाधिकारी को किसी तरह का कोई भी आदेश जारी किया गया है.
राज्य के करोड़ों लोगों की हम सेवा कर रहे हैं। पूर्व की सरकार के गलत निर्णयों की वजह से राज्य के कई नौजवान बुरे हाल में फंसे हुए हैं। सभी को पूर्व की सरकार ने उलझाने का काम किया था। इसलिए इनकी बहाली में 75 प्रतिशत लोग बाहर का आ जाता था। 20 साल में पूर्व की सरकारों ने इतने रास्ते… pic.twitter.com/FiVd5ityFW
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) August 18, 2023
नतीजतन कई जिलों में सहायक पुलिसकर्मियो की सेवा समाप्त कर दी जा रही है. इन सहायक पुलिसकर्मियो की बहाली तीन वर्षो के अनुबंध पर 2017 में की गयी थी. इससे पहले भी 2019 और 2021 में इनकी सेवा समाप्त की गयी थी, मगर आंदोलन कर सहायक पुलिसकर्मियों ने अपनी नौकरी बचा ली थी.