
नयी दिल्ली. 2024 के आम चुनाव से पहले इंडिया और एनडीए खेमे में हलचल तेज है. एक तरफ एनडीए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तीसरे टर्म मोदी सरकार का दावा कर रहा है. तो वहीं इंडिया गठबंधन (पूर्व में यूपीए) ने नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्षी एकजुटता की कवायद शुरू कर दी है. विपक्ष के तमाम राजनैतिक पार्टियां पीएम नरेंद्र मोदी और एनडीए को हराने के लिए एक मंच पर एकजुट हो गए है. इन सब के बीच देश की जनता का मूड बदलने लगा है. आपको याद होगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में 15 अगस्त, 2023 के दिन ये भी दावा किया था कि 2024 में भी वो ही बतौर प्रधानमंत्री लालकिले में तिरंगा फहराएंगे. मगर क्या वाक़ई नरेंद्र मोदी अगली बार प्रधानमंत्री बनेंगे? क्या एनडीए को वो बढ़त मिलेगी, जो बीते दो लोकसभा चुनावों में उसे फायदा हुआ था? या इस बार जनता पासा पलट देगी.
न्यूज़ चैनल ABP न्यूज़ ने हाल ही में ट्विटर में अपना एक सर्वे किया. इस सर्वे में जनता से पूछा गया कि क्या सचमुच राहुल गांधी में वो काबिलियत है, कि वे नरेंद्र मोदी को 2024 में पटखनी दे सके. क्या सचमुच राहुल गांधी 2024 में नरेंद्र मोदी को हरा देंगे? इस ट्विटर सर्वे में 24,048 वोट पड़े. जिसके नतीजे मोदी समर्थको की नींद उड़ाने के लिए काफी थे. इस सवाल के जवाब में 75.02% लोगो ने हां में जवाब दिया. मतलब 75 % से भी ज्यादा लोगो का मानना था कि 2024 में सचमुच राहुल गांधी नरेंद्र मोदी को हरा देंगे. जबकि मात्र 24.08% लोग ही ऐसे थे जिन्होंने ना में जवाब दिया. यानी हां में जवाब देने वालो की संख्या ना में जवाब देने वालो से भी दोगुनी और उससे भी ज्यादा थी.
जनता का पोल | क्या सचमुच राहुल गांधी 2024 में मोदी को हरा देंगे ?#JantaZindabadOnABP के साथ कमेंट करें अपनी राय व सवाल
ज्ञानेंद्र तिवारी @gyanendrat1 शो में रखेंगे आपकी बात
पब्लिक डिबेट का सुपरहिट शो जनता जिंदाबाद – शाम 6 बजे
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— ABP News (@ABPNews) August 25, 2023
इस सर्वे ने मोदी समर्थको के होश उड़ा दिए है. मगर क्या इंडिया सचमुच नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक मजबूत विकल्प बनेगा या ये रुझान बदलते महीनो के साथ ही बदल जाएंगे. 2024 में राम मंदिर के उद्घाटन के साथ ही बीजेपी की मजबूत ब्रांडिंग स्ट्रेटेजी का क्या विपक्ष तोड़ निकाल पायेगा. या राम नाम के सहारे बीजेपी एक बार फिर 2024 में केंद्र की सत्ता में बहुमत के साथ वापसी करेगी. ये तो वक़्त ही बताएगा. मगर अभी के लिए इंडिया गठबंधन के लिए ये एक अच्छी खबर है.