
पटना/रांची. एक ओर जहां राज्य की हेमंत सोरेन सरकार झारखंड में प्रतियोगी परीक्षाओ में कदाचार और धांधली रोकने के लिए कडा कानून बना रही है. वहीं कुछ ऐसे भी दलाल है, जो पडोसी राज्य बिहार में बैठकर झारखंड के होनहारो के भविष्य को दांव पर लगाकर पेपर लीक कर रहे है. ऐसे ही शातिर नेक्सस के मास्टरमाइंड को रांची पुलिस ने बिहार के नालंदा जिले से दबोच लिया है. बिहार से ऑपरेट हो रहे पेपर लीक वाले गैंग का सरगना नालंदा के दरियापुर गांव का रहने वाला दीपक प्रसाद पुलिस के गिरफ्त में आ गया है. रांची के नामकुम थाना की पुलिस को ये सफलता हाथ लगी है. नामकुम थाना प्रभारी ऋत्विक श्रीवास्तव ने बताया कि इस मास्टरमाइंड दलाल का नेटवर्क इतना तगड़ा था, कि जब पुलिस की टीम दीपक के घर पहुंची तो गांव वालो ने ही टीम का विरोध करना शुरू कर दिया. दीपक को गिरफ्तार करने के लिए टीम को बल प्रयोग करना पड़ा. अब बिहार शरीफ न्यायलय में पेश कर रांची पुलिस पेपर लीक के मास्टरमाइंड दीपक प्रसाद को ट्रांजिट रिमांड पर रांची ला रही है.
किसी भी परीक्षा का पेपर लीक कर देना बाएं हाथ का खेल था: दीपक को गिरफ्तार कर रांची पुलिस अब ट्रांजिट रिमांड पर रांची ला रही है. अबतक हुए खुलासे में दीपक में ये स्वीकार कर चुका है कि किसी भी परीक्षा का पेपर लीक कर देना उसके बाएं हाथ का खेल था. इस काम में और भी बड़े बड़े लोग उसके साथ थे, जिसका खुलासा वो करेगा. इसका मतलब है कि दीपक की गिरफ़्तारी रांची पुलिस को अन्य बड़ी मछलियों तक पहुंचने में भी कामयाबी दिला सकता है. दीपक के ऊपर नामकुम थाना में 14 जुलाई, 2022 को केस दर्ज हुआ था. केस की जांच के दौरान रांची पुलिस को उसका ठिकाना मालूम चल गया. पुलिस ने स्थानीय थाना के सहयोग से जाल बिछाकर नालंदा के सिलाव थाना क्षेत्र के दरियापुर गांव से दीपक को दबोच लिया.
पहले भी पटना से हुई है गिरफ़्तारी: पेपर लीक मामले में इससे पहले भी पटना के विद्यापुरी इलाके से अभिषेक कुमार नाम के दलाल को गिरफ्तार किया गया था. पूछताछ में पता चला था कि जिस कंपनी को पेपर सेट करने की जवाबदेही दी गयी थी, उस कंपनी के मालिक अरुण से अभिषेक ने पेपर का सेट हासिल कर लिया था. परीक्षा से पहले 60 छात्रों को परीक्षा का उत्तर कैसे लिखा, इसका अभ्यास भी पटना में ही करवाया गया था.