24 अगस्त को फिर ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पेश होने के लिए भेजा समन, भाजपा नेता सूर्या हांसदा को भी समन जारी
अवैध खनन से जुड़े केस को मैनेज करने के संदेह के घेरे में आए भाजपा नेता सूर्या हांसदा को भी ईडी ने समन किया है. सूर्या 2014 में बोरियो सीट से भाजपा के प्रत्याशी रहे थे. 2009, 2014 में वह झाविमो से लोकसभा चुनाव भी लडे थे.

रांची. ईडी ने अगस्त में दोबारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पेश होने के लिए समन भेजा है. इस दौरान सीएम हेमंत सोरेन से उनकी और उनके परिवार की बेनामी संपत्तियों के बारे में ईडी पूछताछ करेगी. अवैध खनन से जुड़े केस को मैनेज करने के संदेह के घेरे में आए भाजपा नेता सूर्या हांसदा को भी ईडी ने समन किया है. सूर्या 2014 में बोरियो सीट से भाजपा के प्रत्याशी रहे थे. 2009, 2014 में वह झाविमो से लोकसभा चुनाव भी लडे थे. बता दें कि 14 अगस्त को पूछताछ के लिए हाजिर होने के बदले सीएम हेमंत सोरेन की ओर से कानूनी रास्ता अपनाने से संबंधित पत्र ईडी को भेजा गया था. इससे पहले भी ईडी ने तीन नवंबर 2022 को अवैध खनन मामले में सीएम को समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था.
14 अगस्त को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय नहीं पहुंचे थे. इसके बदले में सीएम सचिवालय से डाक लेकर एक कर्मी ईडी ऑफिस पहुंचा था. यहां अधिकारियों को सीलबंद लिफाफा सौंपा गया था. दरअसल, सीएम ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित सरकारी समारोहों और इसके लिए तैयारियों की समीक्षा में अपनी व्यस्तता बताते हुए समय मांगा था.
हर मंच से जवाब दे रहे है मुख्यमंत्री: उधर, ईडी की कार्रवाई का जवाब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हर मंचो से दे रहे है. हाल ही में उन्होंने चाईबासा में भी 10,020 युवाओ के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में ईडी की कार्रवाई पर निशाना साधा था. सीएम ने कहा था कि जबसे उनकी सरकार बनी है, विपक्ष हर दिन उन्हें काम ना करने देने के लिए षड्यंत्र कर रहा है. विपक्ष के लोग हर दिन किसी नेता को मुख्यमंत्री बनाते है. उन्होंने कहा था कि केंद्र से झारखंड का बकाया मांगने पर, झारखंड का अधिकार मांगने पर उन्हें एजेंसियों का डर दिखाया जाता है. कहा जाता है इसे जेल में डाल दो. उन्होंने जोर देते हुए कहा था कि झारखंडी जेल जाने से डरता है क्या? सीएम हेमंत सोरेन ने कहा था कि इन लोगो ने झारखंड के आदिवासियों को बोका समझ लिया है. मगर एक आदिवासी नौजवान ने इन्हे लोहे के चने चबवा दिए है. मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद पूरा समारोह तालियों से गूंजने लगा था.