
DEOGHAR: देवघर जिले के त्रिकूट पर्वत पर पिछले साल 10 अप्रैल को हुए रोपवे हादसे में 3 लोगों की मौत मामले में जांच पूरी हो गयी है. रिपोर्ट में रोपवे चलाने वाली कंपनी को दोषी माना गया है. इसी आधार पर अब राज्य की हेमंत सोरेन सरकार दोषी कंपनी दामोदर रोपवेज एंड इंफ्रा लिमिटेड पर 9 करोड़ रूपये का भारी-भरकम दंड वसूलने की तैयारी कर रही है. इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया जा चुका है. इसपर अंतिम निर्णय जेटीडीसी बोर्ड की बैठक में लिया जायेगा.
इसके अलावा बंद पड़े रोपवे को दोबारा चालू किया जाएगा, लेकिन इससे पहले सेफ्टी ऑडिट होगा. कन्सलटेंटिंग के लिए इसी माह टेंडर जारी किया जाएगा. जो नए सिरे से रोपवे का डीपीआर तैयार करेगी. संचालन के लिए रोपवे एक्सपर्ट्स कंपनी राइट्स की भी सलाह ली जाएगी. इधर, हादसे के लिए संचालन कंपनी ने खुद को निर्दोष बताया है और इसे पूरी तरह से तकनीकी कारणों से हुआ हादसा बताया है.
कंपनी से वसूले जाने वाले 9 करोड़ रूपये का ऐसे होगा इस्तेमाल:
रोपवे चलाने वाली कंपनी से लगभग 9 करोड़ रूपये की राशि बतौर दंड वसूलने की बात राज्य सरकार ने कही है. इस राशि में से 5 करोड़ रूपये रोपवे दुरुस्त करने पर खर्च किये जायेंगे. तीन साल के संचालन के लिए प्रति वर्ष 1 करोड़ रूपये के हिसाब से कुल 3 करोड़ वसूला जाएगा. और हादसे के बाद रेस्क्यू के लिए आई एनडीआरएफ की टीम का 1 करोड़ रुपया बकाया है. इसे भी दंड की राशि से भुगतान किया जाएगा. इसके अलावा कंपनी को रोपवे संचालन के लिए एक्सटेंशन भी नहीं मिलेगा. संचालन के लिए नए सिरे से कंपनी का चयन किया जाएगा.