
रांची. झारखंड में अब किसी गरीब की थाली में प्रोटीन की कमी नहीं होगी. राज्य की हेमंत सोरेन सरकार ने गरीबो के पोषण में हो रही प्रोटीन की कमी को दूर करने के लिए बड़ा फैसला लिया है. हेमंत सोरेन की अध्यक्षता वाले मंत्रिमंडल ने अब राशन दुकानों में एक रुपये प्रति किलो चना दाल देने की योजना को हरी झंडी दे दी है. अब हर गरीब परिवार एक रुपये प्रति किलो की दर से राशन दुकानों से चना दाल ले सकता है. राष्ट्रिय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 और झारखंड राज्य खाद्य सुरक्षा योजना से लाभान्वित सभी परिवारों को एक रुपये प्रति किलो के हिसाब से अब चना दाल देने का रास्ता साफ़ हो गया है. गरीबो के आहार में प्रोटीन की कमी को दूर करने के मकसद से चना दाल की खरीद के लिए हेमंत सोरेन सरकार ने नियमो में संशोधन किया है.
आहार में क्यों जरूरी है चना दाल ?
चना दाल को सेहत के लिए बड़ा फायदेमंद माना जाता है. स्वस्थ रहने के लिए हर दिन चना दाल को भोजन की थाली में शामिल करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि, चना दाल को प्रोटीन का उत्तम आहार माना जाता है, जो मांसपेंशियों के विकास और शरीर को हेल्दी रखने में मदद करता है. चना दाल में सिर्फ प्रोटीन ही नहीं बल्कि जिंक, कैल्शियम, प्रोटीन, फोलेट भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. चने की दाल को डाइट में शामिल कर शरीर को कई लाभ पहुंचा सकते हैं. इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व ऊर्जा को बढ़ाने और वजन को घटाने में मदद करते है. ये इम्युनिटी को बढ़ाने और कमजोरी, थकान दूर करने में भी काम आता है.
चने की दाल को दिल और मधुमेह के रोगियों के लिए भी सर्वोत्तम आहार माना जाता है. इसमें फाइबर भरपूर मात्रा में होता है. जो ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन करता है. भरपूर मात्रा में पोटेशियम होने की वजह से चना दाल रक्त से जुडी समस्याओ को भी समाप्त करता है.