
रांची. राजधानी में 10 जून, 2022 की घटना पर एकपक्षीय पुलिसिया कार्रवाई के ख़िलाफ़ झारखंड के मुस्लिम समाज के लोग आक्रोशित है. मुस्लिम समाज के प्रतिष्ठित सामाजिक संगठनों, धर्मगुरुओं, अधिवक्ताओं, बुध्दिजीवियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ अंजुमन इस्लामिया की आवामी बैठक में 12 अगस्त को पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ रांची में व्यापार बंद का ऐलान किया गया है. शनिवार के दिन सभी मुस्लिम समाज के लोग अपने व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद रखेंगे.
बैठक में वक्ताओं के द्वारा 10 जून की हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए घटना की निंदा की गयी. वक्ताओं ने कहा कि इस मामले में जो एकपक्षीय पुलिसिया कार्रवाई की जा रही है, वह इंतेहा है. झारखंड के त्योहारों के नाम पर दंगे में जानमाल का नुकसान, मॉबलिंचिंग के पीड़ितों को इंसाफ़, अल्पसंख्यकों के संवैधानिक अधिकारों का हनन समेत संवैधानिक संस्थाओं का गठन नही होने पर हेमंत सरकार एवं सेक्यूलर गठबंधन सरकार के ख़िलाफ़ अपनी नाराजगी का इज़हार किया जाएगा.
वक्ताओं ने कहा कि रांची के मुस्लिमों को 10 जून की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में पुलिस और हेमंत सरकार ने कटघरे में खड़ा कर दिया है, जो बेहद चिंताजनक है. इसकी उम्मीद मुस्लिम समाज ने झारखंड सरकार से नही की थी. अवामी बैठक हेमंत सरकार से अपील करती है हमारे ज्वलंत गंभीर मामलें का अविलंब निष्पादन करें. विशेष कर 10 जून की एक एकपक्षीय पुलिसिया कार्रवाई पर रोक लगाई जाए, जब तक उचित उच्यस्तरीय जांच न हो जाए. झारखंड में सांप्रदायिकता विरोधी क़ानून को अविलंब बनाया जाए, झारखंड मॉबलिंचिंग विरोधी क़ानून को अविलंब बनाया जाए,अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए.अल्पसंख्यकों के संवैधानिक अधिकारों से संबंधित मामलों का निष्पादन एवं गठन किया जाए. झारखंड के सत्ताधारी सेक्यूलर महागठबंधन चुनावी घोषणा पत्र को अविलंब लागू करें.
अवामी बैठक में अंजुमन इस्लामिया रांची के अध्यक्ष मोख्तार अहमद,महासचिव डॉ तारिक हुसैन, उपाध्यक्ष मो नौशाद,संयुक्त सचिव मो शाहिद,इमारत-ए-शरिया झारखंड के अमीर-ए-शरीयत हाज़ी मुफ़्ती अनवर क़ासमी,झारखंड शिया समुदाय के हेड मौलाना तहजीबुल हसन,शहर काज़ी मौलाना तौफ़ीक़ कादरी,इमारत-ए-शरिया के कारी जान मोहम्मद, शहर काज़ी मौलाना फरीदी,जामा मस्ज़िद के इमाम मुफ़्ती तल्हा नदवी,छोटी मस्जिद हिंदपीड़ी के हाफ़िज़ कलाम,हज़रत रिसालदार बाबा दरगाह के उपाध्यक्ष मो ज़ाकिर,महासचिव मो फारूक, अधिवक्ता अज़हर खान, अधिवक्ता वैजुर रहमान,अधिवक्ता इम्तेयाज़ अशरफ़, अधिवक्ता मो मिनहाज,अधिवक्ता सुलतान, अधिवक्ता मो इरफ़ान,अधिवक्ता मो तालिब, मरकज़ी पंचायत जमीतुल इदरीसीया रांची के अध्यक्ष इस्लाम इदरीसी,सचिव गुलज़ार हुसैन, सूफी इदरीसीया पंचायत के अध्यक्ष मनुव्वार हुसैन भुट्टो, गुलज़ार इदरीसीया पंचायत के अध्यक्ष मो आफ़ताब आलम, चंपा पंचायत के अध्यक्ष मो मेराज, आखलाकिया इदरीसीया पंचायत के अध्यक्ष मंसूर चिश्ती लोहा सिंग,सचिव मो मेराज,जमीतुल गद्दी पंचायत के मो फ़ैयाज़ गद्दी,जमीतुल राईन पंचायत के अध्यक्ष हाज़ी मो फ़िरोज़,जमीतुल इराकिया पंचायत के अध्यक्ष मो हसीब अख्तर,मो साज़ली, मिल्लत पंचायत हिंदपीड़ी के अध्यक्ष शादाब खान,पहाड़ी टोला पंचायत मो शमसुल,मनी टोला मोमिन पंचायत के सदर जुल्फिकार अली भुट्टो,सचिव मोहम्मद नसीम अंसारी पसमांदा महाज़ झारखंड के शकील अंसारी,सोएब अंसारी,अतिकुर रहमान, कांके सेंट्रल अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष मो रहमान,सचिव मो नूर,बड़गाई अंजुमन इस्लामिया के इंतेखाब आलम,महबुल अंसारी,हटिया अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष मो परवेज़ आलम, यूनाइटेड मिल्ली फोरम झारखंड के महासचिव अफ़ज़ल अनीस,सेंट्रल मोहर्रम कमेटी रांची के मोईज़ अख्तर भोलू, अल अंसार मोमिन पंचायत के मो जावेद,रिज़वान,मदीना मस्जिद हिंदपीड़ी के सचिव मो नौशाद, डोरंडा महापंचायत के अध्यक्ष रिज़वान अंसारी,अंजुमन इस्लामिया रांची के अय्यूब राजा खान,मो शाहिद टुकलु, मो शहज़ाद बब्लू, साज़िद उमर, मो वसीम अंसारी,मो नजीब,मो नकीब,मो नूर आलम, मो लतीफ़,मो शाहीन,आम जनता हेल्पलाइन के अध्यक्ष एज़ाज़ गद्दी,सामाजिक कार्यकर्ता नदीम खान,मो शाकिर,शहज़ाद इदरीसी, मो बब्बर,तारिक मुजीबी,मो ज़ाहिद,तनवीर अहमद,इम्तेयाज़ सोनू,मो सल्लू खान, इमरान रज़ा अंसारी,युवा एकता मंच के संरक्षक मो इमरान बाबू, अध्यक्ष राशिद जमील,महासचिव अहमद रज़ा गुड्डू, झारखंड पसमांदा महाज़ के संयोजक नौशाद अंसारी,पियादा टोली मोमिन पंचायत के अध्यक्ष मो नदीम अनवर,मो अनवर समेत सौकड़ों लोग शामिल थे.