
रांची. लगातार सेक्सटॉशन एक गंभीर साइबर क्राइम का रूप लेता जा रहा है. हाल ही में कई हाई प्रोफ़ाइल लोगो को अपना शिकार बना चुके साइबर अपराधी अब आम लोगो को भी इसका शिकार बना रहे है. रांची के एक व्यापारी को भी सेक्सटॉशन का शिकार होना पड़ा है. हालांकि व्यापारी ने बिना देरी किये पुलिस को इसकी सूचना दे दी है. मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के शारदा बाबू लेन के एक अपार्टमेंट से जुड़ा है. रांची के 57 वर्षीय बुजुर्ग व्यापारी अनिल केजरीवाल को अनजान नंबर से 16 जुलाई के दिन वीडियो कॉल आया, जिसमे सामने एक न्यूड वीडियो चल रहा था. करीब दो मिनट तक वीडियो चलने के बाद व्यापारी के मोबाइल में वीडियो कॉल कट गया.
अगली ही दिन व्यापारी अनिल को सुबह में अनजान नंबर से फोन आया, जिसमे उनका न्यूड वीडियो यूट्यूब पर अपलोड करने की धमकी दी गयी. ऐसा करने से रोकने के बदले में उनसे कैनरा बैंक के एक अकाउंट नंबर में 52 हज़ार रुपये डिपाजिट करने को कहा गया. व्यापारी अनिल ने घबराहट में पैसे जुगाड़ करके ब्लैकमेलर को दे दिए. मगर इसके बाद भी ब्लैकमेल करने वालो का फोन आना बंद नहीं हुआ. एक अन्य कॉल में अनिल को ट्रांसफर फेल होने के नाम पर साइबर अपराधियों ने दोबारा 97 हज़ार रुपये डिपाजिट करने को कहा.
इस बार अनिल समझ गए कि वो फंस चुके है. अनिल ने समझदारी दिखाते हुए तुरंत रांची के कोतवाली थाने में मामला दर्ज करा दिया है. उन्होंने अपने साथ घटी हर घटना के बारे में पुलिस को विस्तार से बताया है. अब कोतवाली थाना की पुलिस साइबर सेल के मदद से अपराधियों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है.
हाई प्रोफाइल लोगो को चकमा दे चुके है अपराधी: सेक्सटॉशन के नाम पर साइबर अपराधी हाई प्रोफाइल लोगो को भी चकमा दे चुके है. स्वास्थ मंत्री बन्ना गुप्ता और रांची के विधायक सीपी सिंह को भी साइबर अपराधियों ने इसी तरह अपने जाल में फंसाने की कोशिश की थी. मामला हाई प्रोफाइल होने की वजह से पुलिस ने तत्काल तत्परता दिखाते हुए कार्रवाई की. अब देखना है कि अनिल के मामले में पुलिस की कार्रवाई कबतक पूरी होगी ?
सेक्सटॉशन से कैसे बचे?
साइबर अपराधी इन दिनों सेक्सटॉशन के नाम पर धड़ल्ले से लोगो को अपनी जाल में फंसा रहे है. कई लोग सेक्सटॉशन का शिकार होने के बाद तनाव में आत्महत्या भी कर लेते है. मगर सुसाइड इसका समाधान नहीं है. आइये जानते है अगर आप भी इस गंभीर साइबर क्राइम का शिकार हो गए है तो आपको सबसे पहले क्या करना चाहिए..
दरअसल सेक्सटॉशन एक तरह का ब्लैकमेल है. साइबर अपराधी पहले तो इंटरनेट या सोशल मीडिया के माध्यम से आपसे जुड़ते है, फिर अश्लील बातें करने के लिए आपको उकसाते है. एक बार बस आप इनकी बातों में आ गए, मतलब आप इनके जाल में फंस गए. इसके बाद सिलसिला शुरू होता है न्यूड कॉलिंग का. जिसमे आप और सामने वाले शातिर अपराधी दोनों वीडियो कॉल का हिस्सा होते है. या फिर उस मैसेज चैट का हिस्सा होते है जो आपके और साइबर अपराधी के बीच की कड़ी बनती है.
साइबर अपराधी इस चैट या कॉलिंग के दौरान आपकी अश्लील फोटो ले लेते है. जिसे बाद में एडिट करके या एआई की मदद से न्यूड फोटो में कन्वर्ट कर दिया जाता है. फिर अपराधी इन तस्वीरों या वीडियो को लीक करने के नाम पर ब्लैकमेलिंग शुरू करते है. बदनामी के भय से कई लोग अपनी जमा पूंजी अपराधियों को दे देते है. तो जिनके पास पैसा नहीं होता है, वो डिप्रेशन में जाकर सुसाइड जैसे कदम उठाने को मजबूर हो जाते है.
ऐसे में अगर आपको ऐसा लगता है कि आप साइबर सेक्सटॉशन के शिकार बन गए है तो कानून की मदद ले. फ़ौरन साइबर सेल में इसकी शिकायत करे. ध्यान रहे, विलंब करने से परेशानी और बढ़ सकती है. भारतीय कानून में आईपीसी की धारा 383 के तहत मामला दर्ज करा सकते है. इस धारा में ‘एक्सटॉरशन’ शब्द के बारे में विस्तार से बताया गया है. धरा 384 और 385 में इसके लिए सजा का भी प्रावधान है.
इसके अलावा ब्लैकमेलर के खिलाफ आप मानहानि या आपराधिक धाराएं जैसे 503, 506, 507 के तहत भी मामला दर्ज करा सकते है. आईटी एक्ट की धाराएं 66E, 67, 67A के तहत भी साइबर अपराधी के खिलाफ मामला दर्ज कराया जा सकता है. इन धाराओं के तहत अधिकत्तम समय तक अपराधी को जेल की सजा मिले, यह सुनिश्चित किया जाता है.
साइबर क्राइम की शिकायत दर्ज कराने के लिए आप गृह मंत्रालय की वेबसाइट cybercrime.gov.in पर भी ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा सकते है. इसके लिए आपको उक्त वेबसाइट पर जाकर ‘File a complaint’ टैब में जाकर शिकायत दर्ज करना होता है. इसमें अगले कुछ घंटो के अंदर ही आपकी शिकायत पर संबंधित थाना, जिला प्रशासन और जिला साइबर सेल की कार्रवाई शुरू हो जाती है.
सावधानी ही पहला सुरक्षा कवच है: साइबर अपराध के मामलो में सावधानी ही पहली सुरक्षा कवच होती है. साइबर वर्ल्ड की जटिलताओं की वजह से कभी कभी अपराधियों तक पहुंच पाना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में सोशल मीडिया पर अनजान लोगो के साथ दोस्ती ना करे. अगर अनजान लोगो से दोस्ती हो भी गयी हो, तो अश्लील चैट करने से हमेशा बचे. अपने सोशल मीडिया अकाउंट में हमेशा सुरक्षा मानकों का पालन करे. authentication को हमेशा enable रखे. अगर whatsapp पर चैट कर रहे है और तस्वीरों का आदान प्रदान करना जरुरी है तो see once के ऑप्शन के साथ ही तस्वीरें सांझा करे. साइबर सुरक्षा के लिए सोशल मीडिया कंपनिया लगातार अपने यूजर्स के लिए नए नए विकल्प लेकर आ रही है. उन विकल्पों से हमेशा अपडेटेड रहे.